जयपुर। राजस्थान में एक बार फिर मुख्य सचिव पद को लेकर हलचल तेज हो गई है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा सरकार ने इस अहम पद के लिए उपयुक्त चेहरे की तलाश शुरू कर दी है। माना जा रहा है कि सरकार इस बार केवल वरिष्ठता नहीं, बल्कि मेरिट और कार्यकुशलता को भी बराबर महत्व देगी। जानकारी के अनुसार, जब 31 दिसंबर 2023 को पंत को मुख्य सचिव नियुक्त किया गया था, तब यह तय माना जा रहा था कि फरवरी 2027 तक सरकार को नए सीएस पर विचार नहीं करना पड़ेगा। लेकिन अब परिस्थितियों में बदलाव के चलते सरकार ने नए सिरे से मंथन शुरू कर दिया है।
इस पद की दौड़ में कई वरिष्ठ अफसरों के नाम सामने आ रहे हैं। इनमें अगस्त 2028 में सेवानिवृत्त होने वाले एसीएस अभय कुमार, फरवरी 2029 में रिटायर होने वाले एसीएस अखिल अरोरा और जुलाई 2030 में रिटायर होने वाले एसीएस शिखर अग्रवाल प्रमुख नाम हैं। इसके साथ ही 31 जनवरी 2026 को रिटायर होने वाली शुभ्रा सिंह और अगले महीने सेवानिवृत्त होने वाले सीनियर आईएएस सुबोध अग्रवाल भी वरिष्ठता क्रम में शीर्ष पर हैं। वहीं, रजत मिश्र और तन्मय कुमार फिलहाल केंद्र सरकार में पदस्थ हैं, जबकि अपर्णा अरोरा की वरिष्ठता अखिल अरोरा से नीचे मानी जाती है। सिविल लिस्ट के अनुसार, अपर्णा अरोरा के बाद शिखर अग्रवाल का स्थान है।
सूत्रों का कहना है कि सरकार इस बार परंपरागत वरिष्ठता के बजाय योग्यता, प्रशासनिक अनुभव और कार्य निष्पादन क्षमता को अधिक महत्व दे सकती है। माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में मुख्य सचिव का चयन राज्य प्रशासन में नई कार्यसंस्कृति की दिशा तय करेगा।
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