ओडिशा के मंत्री की अंत्येष्टि, पुलिसकर्मी ने मारी थी गोली

Sabal Singh Bhati
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भुवनेश्वर, 30 जनवरी ()। ओडिशा के स्वास्थ्य मंत्री नबा किशोर दास की अंत्येष्टि सोमवार को पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनके गृह नगर झारसुगुड़ा में की गई, जिन्हें रविवार को एक पुलिसकर्मी ने गोली मार दी थी।

कई मंत्रियों, सांसदों, विधायकों और उनके हजारों समर्थकों की मौजूदगी में झारसुगुड़ा के खेरुल मैदान में दास की अंत्येष्टि की गई। दास के बेटे विशाल ने हिंदू परंपरा के अनुसार चिता को मुखाग्नि दी।

दास का पार्थिव शरीर जब झारसुगुड़ा पहुंचा तो बड़ी संख्या में उनके समर्थक दिवंगत नेता को अंतिम श्रद्धांजलि देने उनके घर पहुंचे। पार्टी लाइन से ऊपर उठकर पश्चिमी ओडिशा के नेताओं ने भी उन्हें श्रद्धांजलि दी। मंत्री के पार्थिव शरीर को उनके घर से उनके समर्थकों के जुलूस के साथ श्मशान घाट ले जाया गया। जुलूस के दौरान उनके समर्थकों ने ओडिशा पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की और आरोपियों के लिए मौत की सजा की मांग की।

इससे पहले दिन में, ओडिशा के राज्यपाल गणेशी लाल और मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने भुवनेश्वर में दास के आधिकारिक आवास पर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस बीच क्राइम ब्रांच ने इस हाईप्रोफाइल मर्डर केस की जांच शुरू कर दी है। एडीजी, अपराध शाखा, अरुण बोथरा और आईजीपी, उत्तरी रेंज, दीपक कुमार ने एएसआई गोपाल दास से पूछताछ की, जिन्होंने अपनी सरकारी पिस्तौल से गोली मारकर मंत्री की हत्या कर दी थी।

अपनी जांच के दौरान, अपराध शाखा की एक टीम ने मुखबिर और मामले के अन्य चश्मदीदों से पूछताछ की। टीम ने मौके का दौरा किया और भौतिक सुराग सामग्री जब्त की। टीम ने आरोपी एएसआई की 9 एमएम पिस्टल और 3 राउंड जिंदा कारतूस और मोबाइल हैंडसेट भी जब्त किया। क्राइम ब्रांच ने कहा कि आग्नेयास्त्रों, हथियारों और गोला-बारूद को बैलिस्टिक जांच के लिए भेजा जाएगा।

अपराध शाखा की एक अन्य टीम ने पर्याप्त लाइट की व्यवस्था करने के बाद राजधानी अस्पताल के डॉक्टरों की एक टीम द्वारा पोस्टमार्टम के बाद पूछताछ सहित जांच की। पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी भी कराई गई है। भुवनेश्वर में टीम ने उपचार के रिकॉर्ड और खून से सने कपड़े भी जब्त किए, जिसमें अन्य जैविक प्रदर्शन भी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि विसरा को आगे की रासायनिक जांच के लिए संरक्षित कर लिया गया है।

आरोपी एएसआई पुलिस हिरासत में है और आगे के पुलिस रिमांड के लिए अदालत में पेश होगा। हालांकि हत्या के पीछे की वजह अभी पुलिस के सामने नहीं आई है। इस बीच, विपक्षी भाजपा और कांग्रेस ने दास की हत्या की कड़ी निंदा की और अपने ही मंत्री की रक्षा करने में विफल रहने के लिए सरकार की आलोचना की। जहां भाजपा ने मामले की सीबीआई जांच की मांग की, वहीं कांग्रेस ने उड़ीसा उच्च न्यायालय की निगरानी में एसआईटी जांच की मांग की।

केसी/

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Sabal Singh Bhati is CEO and chief editor of Niharika Times