जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष सज्जाद लोन पर हाल ही में हुए राज्यसभा चुनावों में नेशनल कॉन्फ्रेंस और भाजपा के बीच फिक्स्ड मैच के आरोप को लेकर तीखा हमला बोला है। उन्होंने इन आरोपों को निराधार करार देते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर में भाजपा का मुकाबला करने वाली एकमात्र पार्टी नेशनल कॉन्फ्रेंस है। उमर ने सज्जाद लोन की विश्वसनीयता पर सवाल उठाते हुए कहा कि जो व्यक्ति शुरू में चुनाव में हिस्सा लेने से इनकार कर चुका था, उसे इस पर टिप्पणी करने का कोई अधिकार नहीं है।
मीडिया से बात करते हुए उमर अब्दुल्ला ने लोन पर मतदान से दूर रहकर अप्रत्यक्ष रूप से भाजपा की मदद करने का आरोप लगाया। उन्होंने लोन से अपने राजनीतिक रुख को स्पष्ट करने की मांग की और कहा कि हंदवाड़ा की जनता ने उन्हें चुप रहने या दोहरा रोल निभाने के लिए नहीं चुना। उमर ने कहा, “अगर वह फिक्सिंग रोकना चाहते थे, तो कम से कम वोट डालने तो आ सकते थे।
जो लोग भाग नहीं लेते या वोट देने से बचते हैं, वे सीधे तौर पर भाजपा की मदद करते हैं।” उमर अब्दुल्ला ने जोर देकर कहा कि नेशनल कॉन्फ्रेंस और भाजपा के बीच कोई गुप्त समझौता नहीं है। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी ने राज्यसभा चुनावों में भाजपा के खिलाफ पूरी ताकत से मुकाबला किया और उन्हें कोई पछतावा नहीं है। उन्होंने कहा, “आज जम्मू-कश्मीर में केवल नेशनल कॉन्फ्रेंस ही भाजपा का डटकर सामना कर रही है।
अगर कुछ लोगों ने अपनी अंतरात्मा बेच दी है, तो इसके लिए हमें जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता।” 25 अक्टूबर को, सज्जाद लोन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट कर दावा किया था कि नेशनल कॉन्फ्रेंस और भाजपा के बीच राज्यसभा चुनावों को लेकर बातचीत हुई थी। शुक्रवार को हुए चुनावों में, जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस ने चार में से तीन राज्यसभा सीटें जीतीं, जिसमें चौधरी मोहम्मद रमजान, सज्जाद किचलू और शम्मी ओबेरॉय विजयी रहे। वहीं, भाजपा के सत पॉल शर्मा ने 32 वोटों के साथ एक सीट जीती।


