जयपुर में गुरुवार को विधानसभा के भीतर और बाहर बारिश और बाढ़ से हुए नुकसान की चर्चा हुई। कांग्रेस ने ट्रैक्टर मार्च निकालकर किसानों की समस्याओं को उठाया और सदन में सरकार को कटघरे में खड़ा किया। जैसे ही सरकार ने जवाब दिया, विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया, जिसके कारण सदन की कार्रवाई को स्थगित करना पड़ा। सरकार ने राहत और मुआवजे का आश्वासन दिया है, लेकिन विपक्ष स्पष्ट रूप से किसानों की समस्याओं पर सरकार को घेरने के मूड में है। विधानसभा में दिनभर चला हंगामा बारिश और बाढ़ से हुई तबाही को लेकर था।
कांग्रेस विधायक ट्रैक्टर मार्च निकालकर विधानसभा गेट तक पहुंचे। सदन के अंदर भी विपक्ष ने किसानों की फसल की खराबी और मुआवजे का मुद्दा जोर-शोर से उठाया। कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने जवाब देते हुए बताया कि 193 लोगों और 600 पशुओं की मौत हुई है। मंत्री ने कहा कि इस बार 22 जिलों में असामान्य बारिश और 16 जिलों में भारी बारिश हुई है। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य में सामान्य से 62.5 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है। बाढ़ से प्रभावित हर किसान और परिवार को राहत और मुआवजा दिया जाएगा।
विपक्ष मंत्री के जवाब से संतुष्ट नहीं था। नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने सरकार पर सीधा हमला बोला और कहा कि किसानों के खेतों में पानी भरा हुआ है और उनकी बिजली कटी हुई है। विपक्ष के हंगामे और सरकार के जवाब के बीच विधानसभा की कार्यवाही कई बार बाधित हुई और अंततः स्थगित करनी पड़ी।