बाड़मेर / जैसलमेर। असाड़ी प्रकरण में राजनीतिक दबाब से निर्दोष, निष्पक्ष, ईमानदार थानाधिकारी निम्ब सिंह भाटी को निलंबित किये जाने व निर्दोष लोगों के खिलाफ कार्यवाही किये जाने से जन आक्रोश बढ़ा है।इस आक्रोश को शांतिपूर्ण प्रदशित करने के लिए कल दिनांक 16 अप्रैल 2023 रविवार को फतेहगढ़, देवीकोट, जिजनियाली, म्याजलार, खुहड़ी, रामगढ, मोहनगढ़, साकड़ा, फलसुं
न्याय में विश्वास करने वाले सभी वर्गों से निवेदन है कि बन्द को सफल बनाकर बनाने की सर्व समाज ने अपील की है जिसका भरपूर समर्थन आमजन द्वारा दिया जा रहा है। इसके साथ निर्दोष लोगों को राजनीतिक दबाव के कारण झूठा फँसाया जा रहा है, सर्व समाज का कहना है कि दोषी लोगो को कठोर से कठोर सजा दे,जो लोग निर्दोष हो उन्हें इस केस में न फंसाने का काम करे वरना आगामी मुख्यमंत्री की बाड़मेर रैली में सर्व समाज द्वारा काले झंडे दिखाकर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा जिसकी समस्त जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी।
असाड़ी प्रकरण को लेकर दवाब में आकर प्रशासन गिराब थानाधिकारी निम्बसिंह भाटी के खिलाफ अनुचित कार्यवाही करने के कारण तो बड़ी संख्या में राजपूत समाज सहित सर्व समाज के न्यायप्रिय लोग मुख्यमंत्ती श्री अशोक गहलोत के 19 अप्रैल के प्रस्तावित बाड़मेर दौरे के दौरान काला झंडा दिखाकर करेगें विरोध प्रदर्शन करेंगे।
सोशल मीडिया पर चल रही खबरों के अनुसार राजनीतिक दबाव के कारण आज गिराब एसएचओ निम्बसिंह भाटी को सस्पेंड किया गया है। इस प्रकरण में इनकी कोई गलती नहीं है, इसको सिर्फ राजपूत होने के कारण टारगेट किया जा रहा है, नींबसिंह एसएचओ को सस्पेंड करने के कारण सर्व समाज बाड़मेर जैसलमेर के शिव, हरसाणी, गिराब और झिनझिनियाली ,फतेहगढ,सहित कस्बों को बंद रख कर विरोध जताएंगे ताकि राजपूत अधिकारीयों का उत्पीड़न रुके।
वही दूसरी ऒर सर्व समाज द्वारा महावीर पार्क में सोमवार 17 अप्रैल को महापड़ाव रखा गया है जिसमे भी निर्दोष लोगों को नही फंसाने व ईमानदार अधिकारियों को बहाल करने सम्बंधित महापड़ाव रखा गया है। आमजन का कहना है कि असाड़ी प्रकरणमें गिराब थाना अधिकारी निम्बसिंह भाटी ने असाड़ी में कोजाराम हत्याकांड के मुलज़िमों को महज घंटे भर में गिरफ़्तार कर क्षेत्र में शान्ति बहाल रख कानून का राज कायम रखा.
सोशल मीडिया पर चल रही खबरों के मुताबिक प्रशासन ने भीड़ के दबाव में आकर गिराब थानाधिकारी निम्बसिंह भाटी को निलंबित किया.
भीड़तंत्र के आगे मजबूर होकर एक निर्दोष अधिकारी का निलंबन करना सही है ? क्योकि सब जानते है कि एससी एसटी एक्ट में दर्ज मुकदमों में आरपीएस स्तर का अधिकारी ही जाँच करता है. इन्होने कोजाराम व उनकी पत्नी द्वारा दर्ज किसी भी मुकदमे की जाँच नहीं की तो इनका क्या दोष ? सर्व समाज का कहना है कि क्या महज स्वर्ण जाति देख कर निर्दोष पुलिस अधिकारी नींबसिंह को निलंबित करने से दूसरे पुलिस अधिकरियों और कर्मचारिणों का हौसला बढ़ जायेगा ?
सर्व समाज के आंदोलन कर्ता कुशाल सिंह भाटी रणधा का कहना है कि समय रहते अगर जिला प्रशासन ने ईमानदार अधिकारियों को बहाल नही किया व इस प्रकरण में निर्दोष लोगों को राजनीतिक दबाव के कारण फँसाया तो आगामी मुख्यमंत्री की बाड़मेर रैली में सर्व समाज द्वारा काले झंडे दिखाकर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।
देश विदेश की तमाम बड़ी खबरों के लिए निहारिका टाइम्स को फॉलो करें। हमें फेसबुक पर लाइक करें और ट्विटर पर फॉलो करें। ताजा खबरों के लिए हमेशा निहारिका टाइम्स पर जाएं।