लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव की तैयारी शुरू हो गई है। अखिलेश यादव पीडीए पॉलिटिक्स के माध्यम से भाजपा को चुनौती देने की योजना बना रहे हैं। वहीं, मायावती और असदुद्दीन ओवैसी जैसे नेता उनकी रणनीति को नाकाम करने में लगे हैं। मायावती अपने पारंपरिक दलित वोटों को फिर से आकर्षित करने की कोशिश कर रही हैं। दूसरी ओर, एआईएमआईएम प्रमुख ओवैसी ने बिहार चुनाव में मिली सफलता के बाद यूपी में बड़े स्तर पर काम करने का संकेत दिया है।
ओवैसी ने कहा कि बिहार में हमने महागठबंधन से सीटों की मांग की थी, लेकिन उन्हें हमारी ताकत का गलत आकलन किया। उन्होंने अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि वे हमें कमजोर समझते हैं और इस बार चुनाव में उन्हें इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। ओवैसी ने यूपी चुनाव 2027 के लिए अपनी रणनीति स्पष्ट करते हुए कहा कि हम विधानसभा चुनाव में दोगुनी ताकत के साथ उतरेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि बिहार में हम 24 सीटों पर प्रभावी रहे, जबकि यूपी में कम से कम 48 सीटों पर असर दिखाएंगे।
यह बात उन्होंने किसी को चिढ़ाने के लिए नहीं, बल्कि अपने इरादे को स्पष्ट करने के लिए कही है। ओवैसी ने महागठबंधन पर आरोप लगाया कि वे समझते थे कि हमें अकेला रखकर हरा देंगे।


