नई दिल्ली। पाकिस्तान की वायुसेना पर अपने ही लोगों पर बमबारी के आरोप लगे हैं। सोमवार को कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि पाकिस्तानी वायुसेना ने खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के वजीरिस्तान स्थित तिराह घाटी में बिना कोई चेतावनी जारी किए ही बम गिरा दिए। इस हमले की चपेट में आकर 30 लोगों की जान चली गई। बताया गया है कि यह बमबारी पाकिस्तानी वायुसेना के जेएफ-17 विमान के जरिए की गई। जो बम बरसाए गए, वह घातक किस्म के एलएस-6 बम थे। यह घटना रविवार देर रात करीब दो बजे की है।
धमाके इतने तेज थे कि गांव के गांव तबाह हो गए। हमले में कई लोग घायल भी हुए हैं। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो पाकिस्तान की वायुसेना इन हमलों के जरिए आतंकी संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) को निशाना बनाने की कोशिश कर रही थी। हालांकि, आतंकियों के बजाय हमले में अधिकतर नागरिकों की मौत हुई। इमरान खान की पार्टी- पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) खैबर पख्तूनख्वा संभाग ने इस घटना की जानकारी दी है। पार्टी ने बताया है कि हमले में कई आम लोग घायल हुए हैं। पांच से ज्यादा घर भी तबाह हुए हैं।
इसके अलावा महिलाओं और बच्चों की मौत हुई है। पीटीआई ने इस घटना की तस्वीरें और वीडियो साझा किए हैं। घटना पर प्रांतीय सदन के सदस्य अब्दुल गनी अफरीदी ने कहा कि सरकार अपने ही लोगों को निशाना बनाकर मानवता के खिलाफ अपराध को अंजाम दे रही है। दूसरी तरफ पीटीआई खैबर पख्तूनख्वा के एक्स हैंडल में पोस्ट में कहा गया कि कभी ड्रोन हमले तो कभी बमबारी से नफरत के बीज बोए जा रहे हैं। जब यह गुस्से का गुबार फूटेगा तो कुछ भी नहीं बचेगा।
इससे पहले रविवार को खबर आई थी कि पाकिस्तानी सेना ने एक खुफिया अभियान में टीटीपी के सात आतंकियों को डेरा इस्माइल खान जिले में मार गिराया था। पाकिस्तानी सेना के मुताबिक, इनमें तीन अफगान नागरिक थे। उधर इससे पहले 13-14 सितंबर को भी पाकिस्तान ने 31 टीटीपी आतंकियों को मारने का दावा किया था।


