नई दिल्ली। भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एक दिन पहले सर क्रीक को लेकर पाकिस्तान को चेतावनी दी है। पाकिस्तान, सर क्रीक में ढांचे का विस्तार कर रहे हैं, जिस पर राजनाथ सिंह ने गहरी आपत्ति जताते हुए पाकिस्तान को तत्काल ऐसी हरकतों को बंद करने के लिए कहा है। इस बीच भारत के शीर्ष खुफिया और नौसेना सूत्रों ने खुलासा किया है कि किस तरह से पाकिस्तान सिंध के दक्षिण-पूर्वी इलाके में भारत और पाकिस्तान के बीच विवादित क्षेत्र सर क्रीक में सैन्य परिसर, सैन्य छावनियां और आपातकालीन हवाई पट्टियां स्थापित कर रहा है।
राजनाथ सिंह ने गुरुवार को सीमावर्ती सर क्रीक क्षेत्र में सैन्य बुनियादी ढांचे के विस्तार के खिलाफ पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए कहा था, कि इसका ऐसा निर्णायक जवाब दिया जाएगा, जो इतिहास और भूगोल दोनों को बदल सकता है। यह वही विवादित इलाका है, जहां भारत और पाकिस्तान के बीच लंबे समय से सीमा विवाद चलता आया है।
करीब 150 वर्ग किलोमीटर का क्षेत्र पाकिस्तानी सेना के नियंत्रण में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की तरफ से पाकिस्तान को दी गई कड़ी चेतावनी के एक दिन बाद खुफिया और नौसैनिक सूत्रों ने खुलासा किया है कि पाकिस्तान यहां सैन्य कॉम्प्लेक्स, छोटे सैन्य कैंटोनमेंट और इमरजेंसी एयरस्ट्रिप्स बना रहा है। सूत्रों के अनुसार, करीब 150 वर्ग किलोमीटर का क्षेत्र पाकिस्तानी सेना के नियंत्रण में है और स्थानीय मछुआरे बताते हैं, कि इस इलाके में सेना की अनुमति के बिना किसी को भी प्रवेश की इजाजत नहीं है।
रिपोर्ट में खुफिया रिपोर्ट्स के हवाले से बताया गया है कि, पाकिस्तान ने सर क्रीक और उसके आसपास की सुरक्षा के लिए चार नई क्रीक बटालियनें तैनात कर दी हैं। यानी अब इस क्षेत्र में कुल छह बटालियन ऑपरेशनल हैं। इनमें से 31वीं बटालियन 1999 में सुजावल जिले में, 32वीं 2019 में ठट्टा जिले में, 33वीं 2021 में बदीन जिले में और 34वीं 2025 में जाटी इलाके में तैनात की गई। हाल ही में 35वीं बटालियन केटी बुंदर में तैनात हुई है। सभी बटालियनें न सिर्फ पैदल सेना बल्कि उभयचर युद्ध क्षमता से भी लैस हैं।
इनकी पूरी बैकअप सहायता पाकिस्तानी नौसेना और सिंध रेंजर्स से मिल रही है। सूत्र बताते हैं कि पाकिस्तान ने इस क्षेत्र में एयर डिफेंस सिस्टम और एयर पावर को भी मजबूत किया है ताकि किसी भी भारतीय कार्रवाई का तुरंत जवाब दिया जा सके। चीन की मदद से ज्वाइंट कमांड और आधुनिक हथियार साल 2021 में पाक ने सर क्रीक पर नजर रखने के लिए सेना, नौसेना और वायुसेना का संयुक्त कमांड सेंटर स्थापित किया था। इस कमांड को बनाने में पाकिस्तान की मदद चीन ने की थी।
यहां लगे कई आधुनिक राडार, एयरबॉर्न वार्निंग सिस्टम, एयर डिफेंस मिसाइलें और लॉकहीड पी-3 ओरियन गश्ती विमान चीनी तकनीक से तैयार किए गए हैं। पाकिस्तान ने भोलारी एयरबेस भी 2017 में बनाया था, जो दक्षिण-पूर्व सिंध में चीनी प्रोजेक्ट्स, खासतौर पर थर कोल प्रोजेक्ट की सुरक्षा और भारतीय खतरे को रोकने के लिए अहम माना जाता है। मई 2025 के ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत ने इस एयरबेस को काफी तबाह कर दिया था। जिसके बाद पाकिस्तानी वायुसेना ने यहां नए एयर डिफेंस सिस्टम, जेएफ-17 और जे-10सी स्क्वॉड्रन तैनात किए हैं।


