जयपुर। जयपुर की सड़कों पर अब रेड लाइट सिर्फ रुकने का इशारा नहीं, बल्कि जिंदगी से जुड़ा एक भावनात्मक संदेश दे रही है। शहर के 20 प्रमुख चौराहों पर ट्रैफिक सिग्नल्स की रेड लाइट को गोल से बदलकर दिल के आकार में ढाला गया है। यह अनूठा बदलाव न केवल जयपुर की सड़कों को खूबसूरत बना रहा है, बल्कि ट्रैफिक नियमों के प्रति जागरूकता और सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देने में भी अहम भूमिका निभा रहा है। नवज्योति की टीम ने जब इन दिल वाले सिग्नल्स के पास राहगीरों और ड्राइवर्स से बात की, तो लोगों की प्रतिक्रियाएं दिलचस्प थीं।
एक स्थानीय दुकानदार गोपाल शर्मा ने कहा, पहले रेड लाइट देखकर झुंझलाहट होती थी, लेकिन अब ये दिल वाला सिग्नल देखकर लगता है कि कोई अपना कह रहा हो रुक जाओ, जिंदगी कीमती है। एक कॉलेज छात्रा प्रिया ने बताया, यह सिग्नल देखकर ऐसा लगता है जैसे शहर हमसे प्यार का इजहार कर रहा हो। रुकना अब सजा नहीं, बल्कि केयर करने का एहसास है। डीसीपी ट्रैफिक सुमित मेहरडा ने इस पहल के पीछे का उद्देश्य साझा करते हुए बताया कि यह बदलाव 20 प्रमुख चौराहों पर किया गया है।
दिल जिंदगी का प्रतीक है, और यह सिग्नल लोगों को याद दिलाता है कि ट्रैफिक नियमों का पालन करना सिर्फ कानून की बात नहीं, बल्कि अपनी और दूसरों की जिंदगी बचाने की जिम्मेदारी है। डीसीपी ने आगे कहा, अगर कोई सड़क हादसे का शिकार होता है, तो तुरंत फर्स्ट एड, सीपीआर या अस्पताल पहुंचाने जैसे कदम उठाएं। यह सिग्नल उस जागरूकता को बढ़ावा देता है। पिछले साल शहर में भारी संख्या में सड़क हादसे दर्ज हुए, जिनमें से कई रेड लाइट जम्प से जुड़े थे।
इस नए डिजाइन के जरिए न केवल ट्रैफिक नियमों के प्रति जागरूकता बढ़ाने की कोशिश की जा रही है, बल्कि यह भी संदेश दिया जा रहा है कि एक छोटा सा कदम जैसे रेड लाइट पर रुकना किसी की जिंदगी बचा सकता है। जयपुर की सड़कें अब सिर्फ ट्रैफिक का हिस्सा नहीं, बल्कि एक सामाजिक संदेश का माध्यम बन रही हैं। यह दिल वाला सिग्नल हर ड्राइवर और पैदल यात्री को याद दिलाता है कि रुकना सिर्फ एक नियम नहीं, बल्कि किसी की जिंदगी को बचाने का मौका है।
यह पहल अन्य शहरों से प्रेरित हो सकती है, जहां इस तरह के प्रयोग पहले हो चुके हैं। उदाहरण के लिए, चेन्नई में हार्ट-शेप्ड सिग्नल्स ने ड्राइवर्स की मानसिकता पर सकारात्मक असर डाला था। जयपुर में भी भविष्य में इन सिग्नल्स को और इंटरैक्टिव बनाया जा सकता है, जैसे हेल्पलाइन नंबर या फर्स्ट एड टिप्स के साथ क्यू आर कोड्स जोड़ना। राहगीरों का मानना है कि यह बदलाव न सिर्फ सड़कों को सुरक्षित बनाएगा, बल्कि शहर की छवि को भी नया आयाम देगा।
एक टैक्सी ड्राइवर मोहन लाल ने कहा, यह सिग्नल देखकर लगता है कि जयपुर अब पिंक सिटी ही नहीं, दिल वाली सिटी भी है। शहर के इन चौराहों पर दिल वाले सिग्नल लगे हैं-अजमेरी गेट, रामबाग, जेडीए सर्किल, गिरधरमार्ग एसएल कट, ओटीएस चौराहा, सात नम्बर चौराहा जगतपुरा, हल्दीघाटी गेट, 200 फीट चौराहा, एसएफएस मानसरोवर, सोडाला थाना चौराहा, बनीपार्क कान्हा चौराहा, न्यू गेट, सांगानेरी गेट, पांच बत्ती चौराहा, शिप्रा पथ, दुर्गापुरा, जवाहर सर्किल, सांगानेर, नंदपुरी, बालाजी मोड़ आदि। दिल वाले सिग्नल के अलावा एक निजी अस्पताल ने जगह जगह बोर्ड लगाए हैं।
जिनमें एक क्यू आर कोड दिया गया है, उसे स्कैन करने पर एक वीडियो चलता है। जिसमें हार्ट और हैल्थ से जुड़ी जानकारियां दी जा रही हैं। दिल के शेप वाला सिग्नल हमारे जीवन को सुरक्षित रखने का संदेश देता है साथ ही दूसरों के जीवन को बचाने की प्रेरणा भी। यातायात के नियमों का पालन करें यही अपील है सभी से।