जयपुर। बारिश के कारण प्रदेश के मौसम में अचानक बदलाव आ गया है। गुलाबी सर्दी का अहसास होने लगा है। न्यूनतम तापमान में गिरावट आने से सुबह शाम ठंडक बढ़ गई है और लोग गर्म कपड़ों का भी सहारा लेने लग गए हैं। पिलानी, सीकर, चूरू, बीकानेर सहित कई जिलों में रात का तापमान 20 डिग्री से नीचे आ गया है। जयपुर सहित कई जिलों में दिन का तापमान भी 30 डिग्री के नीचे दर्ज किया गया है। मौसम बदलने के साथ कोहरे का असर भी दिखना शुरू हो गया है।
बुधवार सुबह सीकर, श्रीगंगानगर सहित कई जिलों में सुबह धुंध का असर रहा। इस बीच ठंडक का अहसास होने से कूलर, एसी भी बंद हो गए हैं वहीं पंखे भी धीमे हो गए हैं। मौसम केन्द्र जयपुर से मिली जानकारी के अनुसार राज्य में अगले दो सप्ताह तक मौसम ड्राय रहेगा। अगले 24 घंटों में तापमान में आंशिक रूप से बढ़ोतरी हो सकती है। इस बीच राजधानी जयपुर में बुधवार को अधिकतम तापमान 28.6 डिग्री और न्यूनतम तापमान 20.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।
वायरल और डेंगू-मलेरिया का खतरा बारिश का दौर थमने के बाद अब वायरल, डेंगू-मलेरिया का खतरा बढ़ गया है। चिकित्सकों की मानें तो अभी वायरल इंफेक्शन के अलावा डेंगू सबसे ज्यादा परेशान कर रहा है। डेंगू फैलाने वाले मच्छर साफ, ठहरे हुए पानी में पनपते हैं। अचानक तेज बुखार, तेज सिरदर्द, आंखों के पीछे दर्द, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द, चकते, मितली या उल्टी जैसे चेतावनी संकेतों के प्रति सतर्क रहना जरूरी है।
डेंगू में खुद से दवा न लें या एस्पिरिन और आइबुप्रोफेन जैसी दर्द निवारक दवाओं का सेवन न करें क्योंकि ये आपकी स्थिति को और खराब कर सकती हैं। फोर्टिस के एडिशनल डायरेक्टर इंटरनल मेडिसिन डॉ. प्रवीण कनौजिया ने बताया कि बच्चों, परिवार के बुजुर्ग सदस्यों और कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोगों को डेंगू का सबसे ज्यादा खतरा होता है। इसलिए आपके घर में या उसके आस-पास मच्छरों को पनपने ना दें और अगर कोई भी लक्षण दिखाई दें तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।


