पीएम किसान सम्मान निधि योजना (PM Kisan Samman Nidhi Yojana) केंद्र की प्रमुख योजनाओं में से एक है। इस योजना के तहत केंद्र सरकार हर चार महीने में किसानों को वित्तीय लाभ प्रदान करती है और कृषि से जुड़े अन्य लाभ भी उपलब्ध कराती है। इस योजना की शुरुआत फरवरी 2019 में हुई थी। किसानों को इस योजना का लाभ लेने के लिए पहले केंद्र सरकार के पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराना आवश्यक है। भारत में सबसे अधिक रजिस्ट्रेशन उत्तर प्रदेश के किसानों ने कराए हैं।
यूपी सरकार का लक्ष्य है कि 100 प्रतिशत रजिस्ट्रेशन हो, ताकि कोई भी किसान प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि से वंचित न रहे। सीतापुर जिला प्रदेश में पहले स्थान पर है, जहां 74.61 प्रतिशत किसानों का पंजीकरण हो चुका है। दूसरे स्थान पर बस्ती जिला है, जहां 74.27 प्रतिशत किसानों ने रजिस्ट्रेशन कराया है। तीसरे स्थान पर रामपुर है, जहां 70.50 प्रतिशत किसानों का रजिस्ट्रेशन हुआ है। आंकड़ों के अनुसार, सीतापुर में 5,31,046 किसान पीएम किसान निधि के वास्तविक लाभार्थी हैं, जिनमें से 4,23,876 किसानों ने रजिस्ट्रेशन कराया है।
बस्ती में 3,14,476 किसान पात्र हैं, जिनमें से 2,55,386 ने रजिस्ट्रेशन किया है। रामपुर में 2,45,154 किसान पात्र हैं, जिनमें से 1,99,279 ने रजिस्ट्रेशन कराया है। पूरे प्रदेश में अब तक केवल 53.53 प्रतिशत किसानों ने रजिस्ट्रेशन कराया है। पीएम किसान योजना के लिए आवश्यक दस्तावेजों में आधार कार्ड, नागरिकता का प्रमाण, भूमि के स्वामित्व की पुष्टि करने वाले दस्तावेज और बैंक अकाउंट की जानकारी शामिल हैं। रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया में किसान आधिकारिक PM-किसान वेबसाइट पर जाकर ‘फार्मर्स कॉर्नर’ के तहत ‘नया किसान रजिस्ट्रेशन’ टैब पर क्लिक कर सकते हैं।
इसके बाद आधार नंबर, मोबाइल नंबर और राज्य का चयन करना होता है। रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर OTP भेजा जाएगा, जिसे सत्यापन के लिए दर्ज करना होगा। इसके बाद नाम, जन्मतिथि, लिंग, पता, बैंक अकाउंट का विवरण और भूमि धारक की जानकारी भरकर एप्लीकेशन सबमिट करनी होती है। पीएम किसान योजना की अब तक 20 किस्तें जारी हो चुकी हैं, और किसान 21वीं किस्त का इंतजार कर रहे हैं। यह किस्त छठ पर्व के बाद नवंबर के पहले हफ्ते में जारी हो सकती है।

