नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तराखंड राज्य की जयंती के अवसर पर प्रदेश को एक बड़ी सौगात दी है। इस मौके पर उन्होंने ₹8260.72 करोड़ की 31 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया है। इन परियोजनाओं का मुख्य उद्देश्य राज्य में पेयजल, सिंचाई, ऊर्जा, कनेक्टिविटी और डिजास्टर मैनेजमेंट को मजबूत करना है। कुल परियोजनाओं में ₹7329.06 करोड़ की 19 योजनाओं की नींव रखी गई, जबकि ₹931.65 करोड़ की लागत से पूरी हो चुकीं 12 योजनाओं को राष्ट्र को समर्पित किया गया।
इन परियोजनाओं में दो मोस्ट अवेटेड बांध परियोजनाएं भी शामिल हैं, जिनसे पेयजल और सिंचाई की बड़ी समस्या का समाधान होगा। शिलान्यास: इन बड़ी परियोजनाओं की रखी गई नींव शिलान्यास की गई योजनाओं में सबसे प्रमुख दो बांध परियोजनाएं हैं, जिन पर ₹5000 करोड़ से अधिक खर्च होंगे। जमरानी और सौंग बांध परियोजना: नैनीताल जनपद में प्रस्तावित जमरानी बांध परियोजना पर ₹2584.10 करोड़ खर्च होंगे। यह एक मल्टीपरपज प्रोजेक्ट है जिससे 57,065 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई होगी, पीने के पानी की आपूर्ति होगी और 14 मेगावाट बिजली का उत्पादन भी किया जाएगा।
वहीं, देहरादून और टिहरी में प्रस्तावित सौंग बांध पेयजल परियोजना पर ₹2491.96 करोड़ की लागत आएगी। इस परियोजना के तहत 130 मीटर ऊंचा बांध बनाया जाएगा, जिससे देहरादून शहर को प्रतिदिन 150 एमएलडी पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित होगी। ऊर्जा क्षेत्र को मजबूती: ऊर्जा के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं का शिलान्यास हुआ। इनमें चमोली के पीपलकोटी में 400 केवी स्विचिंग सब सिस्टम, टिहरी के घनसाली में 220 केवी सब सिस्टम और चम्पावत के बनबसा में 220 केवी सब सिस्टम शामिल हैं।
साथ ही, राज्य भर के सरकारी भवनों में सोलर पावर प्लांट लगाने के लिए ₹129.37 करोड़ की योजना भी शुरू की गई है। अन्य प्रमुख शिलान्यास: खेल: चम्पावत के लोहाघाट में महिला स्पोर्ट्स कॉलेज की स्थापना आपदा प्रबंधन: चमोली के ज्योतिर्मठ में अलकनंदा नदी के किनारे भूस्खलन रोकथाम कार्य और पिथौरागढ़ में काली नदी पर बाढ़ सुरक्षा कार्य। शिक्षा और पर्यटन: कई जिलों में राजकीय पॉलीटेक्निक भवनों का निर्माण और पौड़ी में चौरासी कुटिया का पुनरोद्धार। स्वास्थ्य: देहरादून और हल्द्वानी में तीमारदारों के लिए रैन बसेरा और खानपुर में उप जिला चिकित्सालय भवन का निर्माण।
लोकार्पण: ये योजनाएं जनता को समर्पित प्रधानमंत्री ने ₹931.65 करोड़ की लागत से पूरी हो चुकी 12 परियोजनाओं का भी उद्घाटन किया। ऊर्जा और शहरी विकास: पिथौरागढ़ के धारचूला में 220/33 केवी बरम सब सिस्टम और देहरादून में बिंदाल-पुरकुल ट्रांसमिशन लाइन का लोकार्पण हुआ। इसके अलावा, देहरादून के विभिन्न क्षेत्रों में अमृत 1.0 कार्यक्रम के तहत जलापूर्ति योजना को भी जनता को समर्पित किया गया।
शिक्षा और सड़क: चम्पावत, टनकपुर, ताकुला समेत कई स्थानों पर राजकीय पॉलीटेक्निक भवनों का निर्माण कार्य पूरा हो गया है, साथ ही, केंद्रीय और राज्य निधि के तहत 10 विभिन्न सड़क योजनाओं का भी उद्घाटन किया गया। पेयजल और सिंचाई: पिथौरागढ़, बागेश्वर और पौड़ी गढ़वाल में विभिन्न पम्पिंग पेयजल स्कीमों और गंगोलीहाट में बेलपट्टी ग्राम समूह पम्पिंग पेयजल योजना का लोकार्पण हुआ। पिथौरागढ़ में लैंडस्लाइड ट्रीटमेंट और बाढ़ सुरक्षा कार्यों पर भी लगभग ₹150 करोड़ की परियोजनाएं पूरी हो चुकी हैं।
इन परियोजनाओं से उत्तराखंड के सर्वांगीण विकास को गति मिलने की उम्मीद है, जिससे पहाड़ी क्षेत्रों में जीवन स्तर में सुधार होगा और रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।

