जोधपुर/बाड़मेर/सबल सिंह भाटी। जोधपुर बाड़मेर के पूर्व कांग्रेस विधायक मेवाराम जैन, राजस्थान पुलिस सेवा (RPS) के अधिकारी सहित 9 लोगों के खिलाफ पॉक्सो एक्ट, एससी एसटी एक्ट और दुष्कर्म की विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज हुआ है।
रेप पीड़िता का आरोप है कि मेवाराम जैन और उसके साथी रामस्वरूप ने उसके और उसकी नाबालिग सहेली के साथ रेप और उसकी नाबालिग बेटी के साथ भी अश्लील हरकत की। वहीं, आरपीएस सहित शेष 7 लोगों पर प्रताड़ित करने, बंधक बनाकर गुप्तांगों में लकड़ी डालकर मारपीट करने और दबाव बनाने को लेकर पीड़ित महिला ने जोधपुर के राजीव गांधी नगर थाने में बुधवार देर शाम मामला दर्ज करवाया है।
पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। जैन के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ED) भी जांच कर रहा है। वहीं, मेवाराम ने अक्टूबर में कुछ लोगों के खिलाफ शिकायत देते हुए आरोप लगाया था कि एक गिरोह उन्हें ब्लैकमेल कर रहा है।5 साल पहले बस में मिला था आरोपी रामस्वरूप। थाने में दर्ज एफआईआर के मुताबिक 5 वर्ष पूर्व महिला बस में पचपदरा अपने पिता के इलाज के लिए जा रही थी।
बस में आरोपी रामस्वरूप मिला, उसने महिला से दोस्ती की और फिर उसे किसी होटल में लेक जाकर उसे नशे की गोलियां दी और फिर रेप किया। रेप के दौरान उसने वीडियो और फोटो भी बना लिए। इसके बाद ब्लैकमेल करने लगा और वायरल करने की धमकी देकर कई बार रेप किया। इसके बाद उसने पूर्व विधायक मेवाराम जैन से मिलवाया तो उसने भी रेप किया।
महिला बदनामी के कारण डरी हुई थी, ऐसे में उससे अन्य महिलाओं को भी आरोपियों के पास लाने के लिए दबाव बनाया गया। आरोप है कि महिला के घर उसकी नाबालिग सहेली आई थी, तभी आरोपी आए और उसकी नाबालिग सहेली के साथ भी दुष्कर्म किया।
पूर्व विधायक, प्रधान, उपसभापति, डिप्टी और कोतवाल सहित 9 आरोपी
रिपोर्ट में आरोप लगाया कि उसकी 13 साल की नाबालिग बेटी के साथ भी छेड़छाड़ करते थे और उसके गुप्त अंगों से करते थे खिलवाड़। जैन और रामस्वरूप ने कई बार रेप किया। रामस्वरूप कई बार बाड़मेर होटल में ले जाकर भी रेप किया।
बेटी के साथ हुई हरकत के बारे में जब महिला को पता चला तो उसने बाड़मेर के कोतवाली थाने में केस दर्ज कराने की गुहार लगाई तो वहां केस दर्ज करने के बजा उसे प्रताड़ित किया। वहां के थानाधिकारी, एसआई और आरपीएस अधिकारी उनको प्रताड़ित करते थे।
महिला का आरोप है कि आरोपियों ने उसके साथ तो रेप किया साथ ही उसकी सहेली को भी शिकार बनाया, उसकी बेटी के सामने अश्लील हरकत करतें और जब महिला घर पर नहीं होती तो बेटी के साथ छेड़छाड़ करते थे।
खादी और खाकी पर महिला को डराने धमकाने और प्रताड़ित का भी आरोप
महिला द्वारा दी गई एफआईआर के अनुसार दिनांक 29.11.2022 को सुबह लगभग 7-8 बजे बाड़मेर कोतवाली थानाधिकारी गंगाराम खाया और दाउदखांन दोनों दयाल को साथ लेकर पीड़िता के जोधपुर में निवास स्थान गए व उसे किसी जरूरी काम का कहकर साथ लेकर चले गये।
फिर पाल, डीपीएस चौराहे से पीड़िता को एक काले कलर की स्कॉर्पियो गाड़ी में कई पुलिस वालों के साथ बिठा दिया व दयाल को अलग गाड़ी में बिठा कर उसे जोधपुर में ही पाली रोड स्थित एक सुनसान जगह ले गये, जहां एक फार्म हाउस जैसा लगता था।
वहां पर आनन्द सिंह राजपुरोहित, सीओ बाड़मेर और अन्य बहुत सारे पुलिस वाले सादी बदीं में पहले से मौजेद थे। थोड़ी देर बाद दयाल को भी वहां पर पकड़ कर लाया गया था और पीड़िता को सहेली और भंवरलाल को भी वहां लाया गया।
जबकि वहां पर कोई महिला पुलिस मौजूद नहीं थी तथा बाड़मेर निवासी गिरधरसिंह सोढा (प्रधान), सुरतानसिंह (उपसभापति) नगरपालिका बाड़मेर, प्रवीण सेठिया, गोपालसिंह राजपुरोहित भी वहाँ थे।
इन सभी ने पुलिस बालों के साथ मिल कर पहले दयाल को बुरी तरह पिंटा, उसको हाथ बांधकर उसके पेरों पर एक डंडा रखकर दो पुलिस वाले उसके ऊपर खड़े हो कर दयाल के पैरों पर घुमाया और उसे टॉर्चर किया फिर उन्होने भंवरलाल के साथ भी मारपीट की।
फिर इन सबने पुलिस कर्मियों के साथ मिलकर पीड़िता और उसकी सहेली को नग्न कर सबके सामने उनकी पिटाई की व पीड़िता के गुमांगों में लकड़ी डाली। जब दोनो ने विरोध किया तो पुलिस अधिकारी गंगाराम खावा ने गिरधरसिंह से लकड़ी मंगवाकर गुस्से से पीड़िता के गुप्तांग में डाल दी और उनके साथ बुरी तरह मारपीट की तथा इन पुलिस अधिकारियो ने पिस्तोल दिखाकर पीड़िता न नग्न विडियो बनाया।
फिर शाम 4 बजे महिला पुलिस वहाँ आयी और पीड़िताओं को एक बार अपने घर लेकर गये, फिर वहाँ से गाड़ी में डालकर बाड़मेर कोतवाली पुलिस थाने ले गये एवं महिला पुलिस कल्याणपुर उत्तर गई। जबकि पीड़िताओं को रात में बाड़मेर कोतवाली थाने में बन्द कर दिया।
फिर यंहा पर कुछ देर बाद पुलिस अधिकारी गंगाराम खावा दोनो पीड़िताओं को हवालात से बाहर निकालकर एक कमरे में ले गया और वंहा पर पट्टो से बुरी तरह मारा पीटा और फिर गंगाराम, आनंद सिंह और अन्य पुलिस अधिकारियों ने पीड़िता के गवाह दयाल को भी बुरी तरह मारा पीटा और उसके दोनों पैरो में लकड़ी डालकर उल्टा लटका दिया और कई देर तक मारते पीटते रहे।
उसके बाद गंगाराम खावा ने उन पर व दयाल पर बन्दुक तान कर कहा कि विडीयों में हम कहें पैसा बोलो। फिर हमसे बोलाया गया कि हम मेरी नाबालिग सहेली के साथ हुए बलात्कार के मामले में कोई कार्यवाही नहीं करना चाहते है, मेवाराम जैन और रामस्वरूप को जानते नहीं है तथा हम ब्लेकमेलर है इत्यादी।
उसके बाद मेरी सहेली, भवरलाल, दयाल का विड़ीयो बनाया और कई खाली कागजों पर हस्ताक्षर करवाये। उसके बाद कुछ लागों को बुलाकर सब पीड़ितों के फोटों खिचवाये व बाद में हमें जेल में डाल दिया।
महिला की शिकायत पर जोधपुर पुलिस ने पूर्व विधायक मेवाराम जैन समेत आरपीएस आनंद राजपुरोहित, कोतवाली थानाधिकारी गंगाराम खावा, एसआई दाऊद खान, रामस्वरूप आचार्य, उपसभापति सुरतान सिंह, प्रधान गिरधर सिंह सोढ़ा, प्रवीण सेठिया और गोपालसिंह राजपुरोहित के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
मामले में पैसों के अवैध ट्रांजेक्शन की ईडी कर रही हैं जांच
15 नवंबर को ईडी जयपुर ने बाड़मेर के पूर्व विधायक मेवाराम जैन की ओर से दर्ज कराई गई सेक्सटॉर्शन की शिकायत के संबंध में धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) का मामला दर्ज किया था। हाल ही में सोशल मीडिया पर उनकी कुछ तस्वीरें सामने आने के बाद उन्होंने दावा किया था कि यह फोटो एडिटेड है।
इसके बाद जैन ने बीते दिनों कोतवाली में एफआईआर दर्ज करवाई थी। इसमें आरोप लगाया था कि उन्हें ब्लैकमेल किया जा रहा था। मेवाराम जैन ने बाड़मेर पुलिस में जो एफआईआर दर्ज करवाई है, उसी के आधार पर ईडी मनी ट्रेल की जांच कर रही है। इस संबंध में एक पीएमएलए का मामला दर्ज किया है, क्योंकि यह पता चला है कि लगभग 5 करोड़ रुपए का ट्रांजेक्शन किया गया था।
30 अक्टूबर को पूर्व विधायक मेवाराम जैन ने ब्लैकमेल करने का करवाया था मामला दर्ज
इससे पहले पूर्व विधायक मेवाराम जैन पर जब आरोप लगे तो उन्होंने 30 अक्टूबर को बाड़मेर के कोतवाली थाने में ब्लैकमेल करने का मामला दर्ज करवाया था। उनका आरोप था कि लंबे समय से दयालराम पुत्र घेवरराम निवासी जोलियाली, शैलेंद्र अरोड़ा वकील व एक अन्य महिला सहित कुछ लोगों का एक गिरोह उन्हें ब्लैकमेल कर रहा है।
वर्तमान में बाड़मेर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहा हूं तथा राजनीतिक भविष्य है, इससे मुझसे काफी लोग राजनीतिक दुर्भावना रखते हैं जो इस गिरोह से जुड़े हुए हैं। गिरोह धमकी दे रहा है कि हमारे पास आपके एडिट किए फोटो और क्लिप हैं।
सोशल मीडिया पर शेयर कर बदनाम कर राजनीति चौपट कर देंगे, अन्यथा 10 लाख रुपए हमें दे दो, नहीं तो उसका खामियाजा भुगतने के लिए तैयार रहो। यह गिरोह 10 लाख रुपए नहीं देने पर रेप का मामला दर्ज करवाने की धमकी दे रहा है।
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