जयपुर में साइबर ठगों के खिलाफ पुलिस की बड़ी कार्रवाई

Tina Chouhan

जयपुर। साइबर शील्ड अभियान के तहत जयपुर पश्चिम पुलिस ने जिले भर में साइबर फ्रॉड गिरोह के खिलाफ कार्रवाई की है। इस कार्रवाई में थाना करघनी, कालवाड, वैशाली नगर, बगरू, चौमू, मुरलीपुरा, भांकरोटा में 9 मुकदमे दर्ज किए गए हैं। अभियान के दौरान 19 मुल्जिम गिरफ्तार किए गए और एक नाबालिग को डिटेन कर जांच के बाद 5 मुल्जिमों को नामजद किया गया। इस दौरान साइबर ठगी से प्राप्त 1 करोड़ 16 लाख 76 हजार 073 रुपए होल्ड करवाए गए। सेल ने परिवादियों के 22 लाख 40 हजार 464 रुपए रिफंड कराए हैं।

पीड़ितों के 153 मोबाइल और 1 फोन रिकवर किए गए, जिनकी कुल कीमत 40 लाख रुपए है। साइबर शील्ड के तहत 16 आरोपियों को 170 बीएनएस में गिरफ्तार किया गया। अभियान में साइबर फ्रॉड में इस्तेमाल की गई 114 फर्जी सिम भी ब्लॉक करवाई गईं। इस अभियान के तहत 25 से ज्यादा कार्यक्रम आयोजित कर 10 हजार से ज्यादा लोगों को जागरूक किया गया। पुलिस उपायुक्त पश्चिम हनुमान प्रसाद ने बताया कि गठित टीमों ने एनसीआरबी, डिजिटल स्त्रोतों और मुखबिरों से मिली सूचनाओं के आधार पर सघन अभियान चलाया।

इसके बाद टीमों ने थाना करधनी, वैशाली नगर, भांकरोटा, बगरू, कालवाड, चौमूं, मुरलीपुरा में कार्रवाई कर 9 एफआईआर दर्ज कीं और 19 मुल्जिमों को गिरफ्तार किया तथा एक नाबालिग को डिटेन किया। इनके कब्जे से मोबाइल, एटीएम कार्ड, बैंक पासबुक, चेकबुक, सिम कार्ड, चार्जर, कनेक्टर और पावर केबल जब्त किए गए। अब तक करीब 50 करोड़ की राशि के फ्रॉड के साक्ष्य मिले हैं। कार्रवाई में 80 म्यूल एकाउंट फ्रीज करवाए गए।

चौमूं थाने में दर्ज प्रकरण में आईडीएफसी बैंक के पूर्व बैंक मैनेजर को पकड़ा गया, जिसने रुपए के लालच में साइबर ठगों के साथ मिलकर कई फर्जी खाते खोले, जिनमें अब तक 15 करोड़ की साइबर ठगी के साक्ष्य मिले। कालवाड थाने में दर्ज प्रकरण में 4 आरोपियों ने आमजन को एस्कॉर्ट सर्विस उपलब्ध करवाने के नाम पर ठगा। करचनी में दर्ज प्रकरण में तीन आरोपितों ने नागपुर में मजदूरों को 5000 रुपए का लालच देकर खाते खुलवाए। आरोपियों के पास 11 नए खुले खातों की चेक बुक और एटीएम कार्ड मिले।

वैशाली नगर में आरोपी फेसबुक और इंस्टाग्राम के माध्यम से खाते खरीदने का विज्ञापन लगाते थे।

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