जयपुर। देश की सुरक्षा और शांति के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले अमर शहीदों को पुलिस शहीद दिवस के अवसर पर भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई। राजस्थान पुलिस अकादमी जयपुर में आयोजित राज्य स्तरीय समारोह में महानिदेशक पुलिस श्री राजीव कुमार शर्मा ने राष्ट्र सेवा में वीरगति प्राप्त करने वाले 191 पुलिस अधिकारियों और कार्मिकों के बलिदान को याद किया। कार्यक्रम की समाप्ति के बाद रक्तदान शिविर एवं पौधा रोपण कार्यक्रम हुआ।
शर्मा ने इस दौरान सभी पुलिस अधिकारियों और कर्मियों से शहीदों के बलिदान से प्रेरणा लेकर ईमानदारी और कर्त्तव्यनिष्ठा के साथ देश की सेवा करने का संकल्प लेने का आह्वान किया। 21 अक्टूबर 1959 के ऐतिहासिक बलिदान का स्मरण डीजीपी ने अपने संबोधन में बताया कि 66 वर्ष पहले 21 अक्टूबर 1959 के दिन लद्दाख के दुर्गम क्षेत्र में भारतीय पुलिस के जवानों ने मातृभूमि की रक्षा करते हुए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए थे। उन्हीं अमर जवानों की शहादत को याद करने और उनसे प्रेरणा लेने के लिए हर वर्ष 21 अक्टूबर को यह दिवस मनाया जाता है।
उन्होंने कहा कि पुलिस के इन वीर जवानों का बलिदान भारतीय पुलिस के कार्यों की उच्चतम परम्पराओं का प्रतीक है, जो देशभर में पुलिस जवानों के समक्ष कर्त्तव्यनिष्ठा का अनुपम आदर्श प्रस्तुत करता है। 191 शहीद पुलिस कर्मियों को किया याद डीजीपी श्री शर्मा ने श्रद्धांजलि कार्यक्रम में एक सितम्बर 2023 से 2024 की अवधि में राष्ट्र सेवा में वीरगति प्राप्त करने वाले 191 पुलिस अधिकारियों और कार्मिकों के नाम वाचन किए तथा राजस्थान पुलिस परिवार की ओर से उन्हें भावांजलि अर्पित की।
उन्होंने राजस्थान के शहीद पुलिस कर्मियों एएसआई सुरेंद्र कुमार, हैड कांस्टेबल प्रसादी लाल, प्रह्लाद राम, कांस्टेबल अतर सिंह, राम सिंह, देवनारायण गुर्जर और अक्षय कुमार सहित अन्य राज्यों के शहीदों व बीएसएफ, सीआईएसएफ, सीआरपीएफ, आईटीबीपी, एसएसबी, फायर सर्विसेज–होमगार्ड्स तथा आरपीएफ के जवानों को भावभीनी श्रद्धांजलि दी। पहले पुष्पांजलि, फिर राष्ट्रीय ध्वज को सलामी राजस्थान पुलिस अकादमी में आयोजित मुख्य श्रद्धांजलि कार्यक्रम में सर्वप्रथम शहीद पुलिस कार्मिकों को पुष्पांजलि अर्पित की गई। इसके पश्चात राष्ट्रीय ध्वज को सलामी दी गई तथा गार्ड ऑफ ऑनर के माध्यम से शहीदों के प्रति सम्मान व्यक्त किया गया।


