राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बुधवार को अंबाला वायुसेना स्टेशन से राफेल फाइटर जेट में उड़ान भरी। यह वही एयरबेस है, जहां से ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय लड़ाकू विमानों ने पाकिस्तान और पीओके में आतंकी ठिकानों पर हमला किया था। पूर्वाह्न 11:27 बजे टेकऑफ से पहले राष्ट्रपति ने जी-सूट पहना, हेलमेट थामा और पायलट के साथ तस्वीरें खिंचवाईं। उड़ान से पहले राष्ट्रपति को वायुसेना स्टेशन पर गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। कॉकपिट में बैठकर उन्होंने हाथ हिलाकर अभिवादन किया।
राफेल की यह सवारी राष्ट्रपति मुर्मू की दूसरी फाइटर जेट उड़ान है इससे पहले 8 अप्रैल 2023 को उन्होंने असम के तेजपुर में सुखोई-30 एमकेआई में उड़ान भरी थी। वह ऐसा करने वाली तीसरी राष्ट्रपति हैं। अंबाला एयरबेस भारतीय वायुसेना के लिए रणनीतिक रूप से अहम है। सितंबर 2020 में यहीं पहली खेप के पांच राफेल विमानों को 17वें स्क्वाड्रन ‘गोल्डन एरोज’ में शामिल किया गया था। ये विमान 27 जुलाई 2020 को फ्रांस से पहुंचे थे। ऑपरेशन सिंदूर में इन्हीं राफेल्स ने पहलगाम हमले का जवाब देते हुए पाकिस्तानी ठिकानों को नेस्तनाबूद किया था।
राष्ट्रपति की राफेल सवारी की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो गई हैं। सशस्त्र बलों की सर्वोच्च कमांडर के रूप में यह उड़ान वायुसेना के मनोबल को बढ़ाने वाली बताई जा रही है। ऑपरेशन सिंदूर के चार दिन के संघर्ष में भारत ने पाकिस्तान को भारी नुकसान पहुंचाया था, जिसे बाद में डीजीएमओ स्तर की बातचीत से रोका गया।


