जम्मू-कश्मीर के कटरा शहर में माता वैष्णो देवी रोपवे परियोजना के खिलाफ मंगलवार को भारी विरोध प्रदर्शन हुआ। स्थानीय लोग सड़कों पर उतरे और चेन हंगर स्ट्राइक फिर शुरू करने की धमकी दी, यदि परियोजना रद्द नहीं की गई। यह रोपवे टाराकोट मार्ग को संजी छत से जोड़ेगा, जो 12 किलोमीटर लंबे खड़े ट्रैक पर स्थित है। विरोध करने वालों का कहना है कि 250 करोड़ रुपये की इस परियोजना से 60,000 से अधिक परिवारों की आजीविका प्रभावित होगी, खासकर होटल व्यवसायी, दुकानदार, घोड़ा संचालक और मजदूर।
युवाओं ने माता वैष्णो देवी की तस्वीर और “नो टू रोपवे” के बैनर लेकर धरना दिया और श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड से परियोजना बंद करने की मांग की। कब तक जारी रहेगा विरोध प्रदर्शनकारी सहिल सिंह ने कहा कि विरोध तब तक जारी रहेगा जब तक रोपवे रद्द नहीं होता। कटरा के लोगों, संघर्ष समिति, युवा राजपूत सभा और चैंबर ऑफ कॉमर्स का समर्थन मिल रहा है। जम्मू के डिविजनल कमिश्नर ने 10 महीने पहले स्थानीय लोगों से सलाह लेकर फैसला करने का वादा किया था, लेकिन प्रशासन ने वादा तोड़ा।
18 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया पिछले साल दिसंबर में एक सप्ताह की बंदी और चेन हंगर स्ट्राइक के दौरान 18 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया गया था, जिन्हें 1 जनवरी को रिहा किया गया। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने हितधारकों से बातचीत के लिए समिति गठित की थी, लेकिन मुद्दा अब फिर गरमा गया है।


