चंडीगढ़। पंजाब का एक गांव नशीली दवाओं के बढ़ते चलन से जूझ रहा था। इस गांव ने नशीली दवाओं और मादक पदार्थों का सेवन करने के कारण 30 से अधिक युवाओं को खो दिया था। यह गांव अमृतसर से करीब 20 किलोमीटर दूर स्थित है, जिसका नाम जगदेव कलाँ है। हालांकि, अब इस गांव ने नशे पर काबू कर लिया है। यहां के लोगों ने खेलों और एथलेटिक्स के माध्यम से नशे के संकट पर काफी हद तक नियंत्रण कर लिया है। नशे की लत से युवाओं को बचाने के लिए गांव के लोगों ने संकल्प लिया।
इसके बाद गांव के निवासियों ने स्टेडियम बनाकर इसकी शुरूआत की। स्टेडियम में एक मैदान, एथलेटिक्स ट्रैक, एक बास्केटबॉल कोर्ट सहित अन्य मैदान बनाए गए। इससे युवा आकर्षित हुए। यहां के 2 एथलीटों ने राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा की है।


