पुष्कर। दो दिन से बिगड़े मौसम की वजह से पुष्कर पशु मेले में पशुओं की आवक पर प्रभाव पड़ा साथ ही पशुओं का कारोबार भी प्रभावित हुआ। मंगलवार को दिनभर तेज शीतलहर चलने से रेतीले धोरों में लगे पशुओं व पशुपालकों के तंबू उखड़ गए तथा पशुपालक ठिठुरते रहे। दो दिन से पशुपालक ठंड़ व बारिश से बचाव के जतन कर रहे है। कोई पशुओं को बोरियां, चादर, प्लास्टिक की पन्नी और कंबल ओढ़ा रहे तो कोई तथा अलाव जलाकर ठंड से बचाव कर रहे है। मौसम के कारण मेला मैदान में विदेशी मेहमान भी कम नजर आए।
परबतसर के ऊंटपालक राम सिंह ने बताया कि रिमझिम बरसात व तेज हवा के कारण रात को एक पल भी नींद नहीं ले सके। बारिश व ठंड से बचाव करने में ही रात गुजर गई। वहीं सांचोर के पशुपालकों ने कहा कि अगर ऐसा ही मौसम रहा तो मेला बिखर जाएगा। पुष्कर पशु मेले में होने वाली अश्वों की खरीद-फरोख्त पर इस बार 5 प्रतिशत जीएसटी देना अनिवार्य होगा। इसके लिए पशुपालन विभाग को अश्व क्रेता-विक्रेता को एनओसी जारी करने से पहले राज्य कर विभाग को सूचित करना होगा।


