पुष्कर मेले का शुभारंभ, श्रद्धालुओं की भारी भीड़

Tina Chouhan

पुष्कर। उकार्तिक मास की देवउठनी प्रबोधनी एकादशी स्नान के साथ पुष्कर का सालाना धार्मिक मेला शुरू हो गया। कार्तिक पंचतीर्थ स्नान के पहले दिन करीब सवा लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने पवित्र सरोवर में आस्था की डुबकी लगा कर धर्मलाभ कमाया। कार्तिक मेले का समापन 5 नवंबर को पूर्णिमा पर होने वाले महास्नान के साथ होगा। इस बार एक तिथि क्षय होने के कारण धार्मिक मेला पांच की जगह चार दिवसीय का रहेगा। रविवार अल सुबह ब्रह्म मुहूर्त के साथ पुष्कर सरोवर में पंचतीर्थ स्नान आरंभ हुआ। राजस्थानी परिधान पहने ग्रामीण महिलाएं मंगलगीत गाते स्नान के लिए घाटों पर पहुंची।

स्नान के बाद धर्मप्रेमियों ने सरोवर की परिक्रमा लगा ब्रह्मा मंदिर समेत प्रमुख मंदिरों के दर्शन किए तथा दान कर पुण्य किया। घाटों व मंदिरों के अलावा बाजारों में दिन भर खासी चहल-पहल रही तथा दिन भर कलकारियां गूंजती रही। श्रद्धालुओं ने मेले में लगी अस्थायी दुकानों से जमकर खरीदारी की तथा झूलों का लुत्फ उठाया। देव उठनी एकादशी के साथ पांच महीनें बाद फिर से शादियों का सीजन शुरू हो गया है तथा शहनाईयां गूंजने लगी है। पुष्कर में रविवार विभिन्न आश्रम व मंदिरों में सालिगराम-तुलसी विवाह का भी आयोजन किया गया।

सैन भक्तिपीठ में सैनाचार्य अचलानंदाचार्य महाराज के सानिध्य में तुलसी-शालिग्राम विवाह उत्सव मनाया गया। अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त पुष्कर के धार्मिक मेले की शुरूआत पर रविवार को जगत पिता ब्रह्मा जी का मनमोहक शृंगार कर फूल बंगला सजाया गया। धूमधाम से निकाली आध्यात्मिक पदयात्रा। तीर्थ नगरी पुष्कर के धार्मिक मेले के शुभारंभ पर रविवार की सुबह आध्यात्मिक पदयात्रा निकाली गई। इस दौरान करीब 3 किलोमीटर तक निकाली गई यात्रा में 20 से अधिक शृंगारित भगवान की सजीव झांकियों ने श्रद्धालुओं का मन मोहा। यात्रा का 20 हजार किलों से अधिक पुष्पों से वर्षा कर जगह जगह लोगोें द्वारा स्वागत किया गया।

इसके अलावा राजस्थानी लोक कलाकारों की रंगारंग प्रस्तुति व स्कूली विद्यार्थियों की मनमोहक झांकियों ने यात्रा में समां बांधा। आध्यात्मिक पदयात्रा में पुष्कर की विभिन्न स्कूलों व कॉलेज के बच्चों ने विभिन्न देवी देवताओं एवं सामाजिक स्वरूपों की झांकी सजाकर यात्रा में शामिल हुई। इसमें यूआरएम स्कूल की प्रिंसिपल निर्मल चौधरी के नेतृत्व में स्कूल के विद्यार्थियों द्वारा बग्घियों में मनमोहक झांकियां सजाई गई।

अन्नक्षेत्र आश्रम गीता भवन जैतारण के महंत महामंडलेश्वर हरिराम दास महाराज व उनके शिष्यों ने यात्रा के दौरान मुख्य बाजार, मेला मैदान समेत जगह-जगह अखाड़ा (तलवार, लाठी, आग के गोले आदि) प्रदर्शन किए तथा हैरत अंगेज करतब दिखाए। जोगणिया धाम से गाजे बाजे के साथ निकली सवारी। पुष्कर। आईडीएसएमटी कॉलोनी स्थित जोगणिया धाम में चल रहे 5 दिवसीय कार्तिक महोत्सव के तहत रविवार को पुष्कर के धार्मिक मेले के शुभारंभ के मौके पर निकाली गई आध्यात्मिक यात्रा में जोगणिया धाम से सातू बहना बिजासन मां की सवारी भी गाजे बाजे के साथ निकाली गयी।

धाम के सह संस्थापक एडवोकेट प्रशांत वर्मा ने बताया कि धाम के उपासक ज्योतिर्विद भंवरलाल वर्मा के सानिध्य में रविवार को आध्यात्मिक यात्रा में धाम से मुख्य बाजार होते मेला मैदान तक गाजे बाजे के साथ सातु बहना बिजासन मां की सवारी धूमधाम से निकाली गई, इस दौरान सवारी में शामिल महिलाओं व युवतियों ने बैंड की धुनों पर जमकर नृत्य किया। बताया कि धाम में आयोजित कार्तिक महोत्सव के तहत सोमवार को प्रदोष तिथि के मौके पर धाम में भजन कीर्तन प्रस्तुत किए जाएंगे।

4 नवंबर को धाम में सातू बहनों के 56 प्रकार के व्यंजनों से बना अन्नकूट का भोग अर्पण कर भक्तों को प्रसाद वितरण किया जाएगा। 5 को धाम मे स्थापित चन्द्रेश्वर महादेव के दीपदान कर देव दीपावली मनाई जाएगी।

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