जयपुर। राजस्थान के इतिहास में पहली बार आयोजित हो रहे बहु खेल आयोजन खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स का शुभंकर ‘खम्मा-घणी’ को बनाया गया है। बुधवार को खेल मंत्री कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने ऐतिहासिक आमेर महल के जलेब चौक में आयोजित भव्य समारोह में शुभंकर खम्मा-घणी का अनावरण किया। ये शुभंकर राजस्थान के राजकीय पशु ऊंट और पारंपरिक अभिवादन खम्मा-घणी से प्रेरित हैं। यह राज्य की गर्मजोशी, दृढ़ता और आतिथ्य भावना का प्रतीक हैं, जो पूरे देश से आने वाले खिलाड़ियों का स्वागत करेंगे। राजस्थान की आत्मा को समेटता लोगो इस अवसर पर खेलों का लोगो भी जारी किया गया।
लोगो में राजस्थान की समृद्ध विरासत और आधुनिक प्रगतिशील सोच का सुंदर संगम दिखाया गया है। इसमें हवामहल शाही सौंदर्य और स्थापत्य कला का प्रतीक है। रणथंभौर किला साहस, गर्व और अडिग शक्ति को दर्शाता है। विंडमिल्स राज्य की प्रगतिशील सोच और सतत विकास की भावना का प्रतीक हैं। वहीं रेतीले टीले मरुस्थलीय सुंदरता और विशालता का प्रतिनिधित्व करते हैं। पूरे डिजाइन में राजस्थान की स्थापत्य शैली को गतिशील खेल आकृतियों के साथ जोड़ा गया है, जबकि जयपुर की पहचान गुलाबी रंग के जीवंत शेड्स इसे और आकर्षक बनाते हैं।
मशाल, जर्सी और एंथम में झलकी राजस्थान की आत्माखेलों की मशाल का डिजाइन राज्य के किलों और मरुस्थलीय रूपों से प्रेरित है, जो युवाओं की अनन्त ऊर्जा और उत्कृष्टता की लौ का प्रतीक है। वहीं आधिकारिक जर्सियां खेलों की रंग योजना में तैयार की गई हैं, जो जोश, एकता और गौरव को दर्शाती हैं। खेलों के लिए विशेष रूप से तैयार किया गया एंथम ‘चलो आगे बढ़ो राजस्थान, जीत लो सारा हिन्दुस्तान’ खेल भावना, विविधता और राष्ट्रीय गर्व का उत्सव मनाता है और युवाओं को पूरे भारत को साथ लेकर आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है।


