जयपुर। रामगढ़ बांध पर चल रहे हाइड्रो ट्रेस क्लाउड सीडिंग कार्यक्रम में एक और बड़ी सफलता हासिल की गई। अलसुबह 2 सफल उड़ानें पूरी की गर्इं। पहली उड़ान में सुबह सवा सात बजे 600 मीटर की ऊंचाई पर एक उथला बादल पहचाना गया। सीडिंग 700 मीटर की ऊंचाई पर की गई। 15 मिनट के भीतर बादल में स्पष्ट वृद्धि दिखाई दी। दूसरी उड़ान सुबह सवा आठ बजे की गई। लगभग 40 मिनट बाद बादल में बदलाव देखे गए, जिसके परिणामस्वरूप रामगढ़ बांध के आस-पास की पहाड़ियों पर वर्षा हुई।
विधायक महेंद्र पाल मीणा ने कहा कि तकनीक और प्रकृति मिलकर राजस्थान के जल भविष्य को सुरक्षित कर सकते हैं।