रामगढ़ बांध में ड्रोन उड़ाने की अनुमति मिली, बारिश की उम्मीद

Tina Chouhan

जमवारामगढ़। विश्व प्रसिद्ध रामगढ़ बांध में कृत्रिम बारिश कराने के लिए डीजीसीए ने दस हजार फीट की ऊंचाई तक ड्रोन उड़ने की इजाजत दे दी है। अब एटीसी से एनओसी मिलने का इंतजार किया जा रहा है। एनओसी मिलने के बाद ड्रोन उड़ने का समय निर्धारित किया जाएगा। एक्सेल वन कंपनी के प्रतिनिधियों के अनुसार अब तक रामगढ़ बांध पर केवल 400 फीट की हाइट तक ही ड्रोन उड़ने की इजाजत थी। लेकिन अब 10 हजार फीट की इजाजत मिलने के बाद बांध से बारिश की उम्मीद बंधी है। कुछ समय पहले कृषि मंत्री डॉ.

किरोड़ी लाल मीणा ने बांध पर ड्रोन की लांचिंग की थी। कृषि मंत्री ने दिल्ली पहुंच कर केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री से दस हजार फीट की ऊंचाई पर ड्रोन उड़ाने की अनुमति के लिए मुलाकात की थी। उसके बाद डीजीसीए ने दस हजार फीट पर ड्रोन उड़ाने की अनुमति दे दी है। कृषि मंत्री डॉ किरोड़ी लाल मीणा ने एक इंटरव्यू में कहा है कि एक दो दिन में एनओसी के बाद एक सितम्बर को एक बार फिर बांध पर ड्रोन को उड़ाया जाएगा। मंत्री ने कहा कि यह केवल अभी प्रशिक्षण है।

विशेषज्ञों का मानना है कि ड्रोन के जरिए बादलों में रसायन का छिड़काव कर बारिश की संभावना बढ़ाई जाएगी। इससे बांध के जल स्तर में सुधार हो सकता है और लंबे समय से सूखे हालात झेल रहे इलाके को राहत मिलेगी। मानसून कमजोर रहने की स्थिति में कृत्रिम बारिश को एक बड़े विकल्प के तौर पर देखा जा रहा है।

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