नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी (आप) ने शिक्षाविद् सोनम वांगचुक की गिरफ्तारी को गलत ठहराते हुए उनकी तुरंत रिहाई की मांग की है। आप के वरिष्ठ नेता दुर्गेश पाठक ने कहा कि हाल के दिनों में देश में हुई घटनाएं बहुत चिंताजनक हैं और हमारे लोकतंत्र को कमजोर कर रही हैं। लद्दाख को केंद्र शासित राज्य से पूर्ण राज्य का दर्जा देने की मांग को लेकर कई वर्षों से आंदोलन चल रहा है, जिसका नेतृत्व प्रसिद्ध पर्यावरणविद् सोनम वांगचुक कर रहे थे।
वांगचुक को एशिया का नोबल पुरस्कार कहे जाने वाले रमन मैग्सेसे पुरस्कार से सम्मानित किया गया है और आठ से अधिक विश्वविद्यालयों ने उन्हें डॉक्टरेट की उपाधि दी है। केंद्र सरकार ने भी उन्हें कई पुरस्कारों से सम्मानित किया है। इसके बावजूद, वांगचुक पर एनएसए लगा कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। सरकार ने आरोप लगाया कि सोनम वांगचुक देशद्रोही हैं और भारत के खिलाफ काम कर रहे हैं।
पाठक ने कहा कि पिछले कई वर्षों से यह देखा जा रहा है कि जो भी व्यक्ति भाजपा या केंद्र सरकार के खिलाफ बोलता है, उसे किसी न किसी एक्ट में फंसाकर जेल भेज दिया जाता है। भाजपा यह दिखाना चाहती है कि कोई भी व्यक्ति केंद्र सरकार की आलोचना नहीं कर सकता। भाजपा ने अपने घोषणा पत्र में लद्दाख को पूर्ण राज्य का दर्जा देने का वादा किया था, और लद्दाख के लोग केंद्र सरकार से अपने वादे को पूरा करने की मांग कर रहे हैं।
पाठक ने कहा कि आम आदमी पार्टी हर भारतीय से अपील करती है कि वे सोनम वांगचुक की गिरफ्तारी का विरोध करें। केंद्र सरकार की यह कार्रवाई भारतीय लोकतंत्र के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार विपक्ष की आवाज को खत्म करने के लिए किसी भी हद तक जा रही है। आम आदमी पार्टी सोनम वांगचुक की तत्काल रिहाई और उन पर लगे एनएसए को हटाने की मांग करती है। सरकार को लद्दाख के लोगों की मांगों को सुनना और पूरा करना चाहिए।


