मुंबई। रिलायंस इंडस्ट्रीज ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के लिए गूगल क्लाउड के साथ एक रणनीतिक साझेदारी की घोषणा की। रिलायंस के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने बताया कि यह साझेदारी भारत को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में महत्वपूर्ण प्रगति करने में सहायता करेगी। गुजरात के जामनगर में रिलायंस और गूगल क्लाउड मिलकर एक अत्याधुनिक, एआई-केंद्रित क्लाउड रीजन स्थापित करेंगे। यह नया प्रोजेक्ट पूरी तरह से हरित ऊर्जा से संचालित होगा। जामनगर को मुंबई और दिल्ली जैसे प्रमुख महानगरों से जोड़ने के लिए रिलायंस जियो उच्च क्षमता वाली इंट्रा-और इंटर-मेट्रो फाइबर कनेक्टिविटी प्रदान करेगा।
अंबानी ने कहा कि गूगल क्लाउड के साथ यह साझेदारी देश की टेक्नोलॉजी यात्रा में एक नया अध्याय जोड़ेगी। रिलायंस के बुनियादी ढांचे, रिन्यूएबल एनर्जी और राष्ट्रव्यापी नेटवर्क के सहयोग से गूगल क्लाउड की एआई क्षमताओं को जामनगर में लाकर देश को एआई में वैश्विक नेतृत्वकर्ता बनाने की नींव रखी जा रही है। गूगल और उसकी प्रवर्तक कंपनी अल्फाबेट के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुंदर पिचाई ने कहा कि हम लंबे समय से भारत के डिजिटल भविष्य में निवेश कर रहे हैं और रिलायंस तथा जियो के साथ हमारी साझेदारी इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
रिलायंस इंडस्ट्रीज और मेटा, जो व्हाट्सऐप और फेसबुक जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म की स्वामित्व वाली अमेरिकी कंपनी है, मिलकर भारत और दुनिया के चुनिंदा बाजारों में उद्यमों के लिए ‘एंटरप्राइज़ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस’ समाधान विकसित करेगी। दोनों कंपनियों ने इसके लिए एक संयुक्त उद्यम बनाने की घोषणा की है जिसमें रिलायंस की हिस्सेदारी 70 प्रतिशत और मेटा की 30 प्रतिशत होगी। कुल शुरुआती निवेश 855 करोड़ रुपए (करीब 10 करोड़ डॉलर) का होगा। नियामकीय मंजूरियों के बाद संयुक्त उद्यम के गठन की प्रक्रिया 2025 की चौथी तिमाही में पूरी होने की उम्मीद है।
संयुक्त उद्यम का उद्देश्य मेटा के ओपन सोर्स लामा मॉडल को आरआईएल की डिजिटल रीढ़ से जोड़कर भारतीय उद्यमों और छोटे तथा मध्यम व्यवसायों (एसएमबी) के लिए किफायती मूल्य पर एंटरप्राइज़-ग्रेड एआई सेवा प्रदान करना है। इन सेवाओं में बिक्री एवं विपणन, सूचना प्रौद्योगिकी विकास और संचालन, ग्राहक सेवा, वित्त तथा अन्य सेवाएं शामिल हैं। लामा की लागत काफी कम होगी।


