जयपुर। राजस्थान में जिलाध्यक्षों की घोषणा को लेकर पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि नए जिलाध्यक्षों के लिए जल्द ही दिल्ली में प्रशिक्षण शिविर का आयोजन होगा, जिसमें पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी सहित कई अन्य लोग जिलाध्यक्षों से संवाद करेंगे। डोटासरा ने पीसीसी में नवनियुक्त जिलाध्यक्षों से मुलाकात के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि राजस्थान में संगठन के लिहाज से 50 जिले बनाए हैं, जिनमें से बारां और झालावाड़ जिले में अंता उपचुनाव के चलते जिलाध्यक्ष के चयन के लिए रायशुमारी चल रही है।
वहीं तीन और जिलों में नाम रोके गए हैं, जबकि अन्य जिलाध्यक्षों की घोषणा कर दी गई है। डोटासरा ने कहा कि नए जिलाध्यक्षों को पूरे समर्पित भाव से काम करना होगा, क्योंकि उनके 6 महीने के कामकाज की समीक्षा होगी और अगर वे उम्मीद पर खरे नहीं उतरे तो पार्टी हाईकमान उन्हें बदलने का फैसला ले सकता है। अब दिल्ली के बाद राजस्थान में भी जिलाध्यक्षों के लिए सात दिन का प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया जाएगा, जिसमें उन्हें संगठनात्मक कामकाज की जानकारी दी जाएगी। डोटासरा ने कहा कि ग्रास रूट तक हमारा संगठन बनकर तैयार है।
हमने बूथ लेवल एजेंट, मंडल, नगर, ब्लॉक लेवल पर संगठन को खड़ा कर दिया है और हम भाजपा की नाकामी को जनता के बीच लेकर जाएंगे। मतदाता विशेष गहन पुनरीक्षण कार्यक्रम यानी एसाईआर के जरिए भाजपा कांग्रेस विचारधारा के वोट काटना चाहती है, लेकिन कांग्रेस के जिलाध्यक्ष, नेता और कार्यकर्ता ऐसा नहीं होने देंगे और तमाम प्रक्रिया पर पैनी नजर रख रहे हैं। उन्होंने कहा कि कभी ब्यूरोक्रेसी को इधर-उधर किया जा रहा है। मंत्री अपने एसए बदलवाने का प्रयास कर रहे हैं, कई विभागों के सचिव मंत्रियों की नहीं मान रहे हैं।
भाजपा के इस शासन से जनता त्रस्त है और हम सरकार की नाकामियों को जनता के बीच लेकर जाएंगे।


