आरजीएचएस योजना में कैशलेस इलाज बंद करने का आरोप

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जयपुर। आरजीएचएस स्कीम में पेंशनर्स और सरकारी कर्मियों को कैशलेस इलाज के लिए 900 करोड़ रुपए से अधिक का भुगतान न करने के विरोध में सोमवार से 80 फीसदी प्राइवेट अस्पतालों ने कैशलेस इलाज बंद करने का दावा किया है। मंगलवार से प्रदेश के सभी 700 अस्पतालों में कैशलेस सेवाएं बंद करने की बात कही गई है। प्राइवेट हॉस्पिटल एंड नर्सिंग होम्स सोसायटी के सचिव डॉ.

राकेश कालरा ने बताया कि कैशलेस इलाज के लिए बकाया राशि मिलने तक सेवाएं बंद रहेंगी, हालांकि पुनर्भरण स्कीम के तहत वे इलाज जारी रखेंगे, जिसमें लाभार्थी अस्पताल को इलाज के लिए पैसे देगा और फिर इसका पुनर्भरण सरकार से लेगा। पिछले आंदोलन के दौरान बकाया भुगतान का वायदा हुआ था, लेकिन अभी तक अस्पतालों को कोई राशि नहीं दी गई है। उन्होंने सरकार से किसी भी तरह की वार्ता का न्यौता अभी तक नहीं आने की बात भी कही है।

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