सड़क पर ब्रेक लगने का खतरा, वाहन चालकों की बढ़ी चिंता

Tina Chouhan

कोटा। शहर में इस बार जहां अच्छी बरसात से चारों तरफ हरियाली छाई और बांध व कुंड बावड़ियों में जलस्तर बढ़ गया है। वहीं भारी बारिश से सड़कों और फसलों को तो नुकसान हुआ है। साथ ही शहर में बने डामर के स्पीड ब्रेकरों की भी दशा बिगड़ गई है। जिस तरह के स्पीड ब्रेकर वर्तमान में हो गए हैं उनसे तो वाहनों की जगह लोगों की जिंदगी पर ब्रेक लगने का खतरा अधिक बढ़ गया है।

यातायात पुलिस द्वारा बताए गए निर्धारित स्थानों पर कोटा विकास प्राधिकरण व नगर निगम के माध्यम से इन स्पीड ब्रेकरों को बनाया गया है। हालांकि शहर में अधिकतर ब्रेकर डामर व कंट्रीट के ही बने हुए है। जबकि वर्तमान में अब कई अन्य तरह के स्पीड ब्रेकर भी देखे जा रहे है। वर्तमान में हालत यह है कि बरसात के कारण डामर के अधिकतर स्पीड ब्रेकरों की दशा बिगड़ गई है। डीसीएम मेन रोड के स्पीड ब्रेकर हो या सीएडी रोड के। विज्ञान नगर के हो या महावीर नगर के।

स्टेशन रोड से लेकर रावतभाटा रोड तक के स्पीड ब्रेकरों में से अधिकतर ब्रेकर आधे-आधे रह गए हैं। जिससे उन टूटे हुए ब्रेकरों से बचकर निकलने के प्रयास में अधिकतर वाहन चालकों का संतुलन बिगड़ रहा है। जिससे दिनभर में कई वाहन इन बदहाल ब्रेकरों के कारण हादसों का शिकार हो रहे है। विशेष रूप से ई वाहन व दो पहिया वाहन चालकों को अधिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इतना ही नहीं चार पहिया वाहन चालकों के लिए भी ये किसी खतरे से कम नहीं है। डामर का काम बरसात के बाद ही होगा।

केडीए अधिकारियों का कहना है कि जैसे ही बरसात का दौर धीमा होता है वैसे ही सीसी का पेचवर्क कर अधिक बड़े गड्ढ़ों को तो पेचवर्क से सही किया जा रहा है। लेकिन बार-बार बरसात आने से डामर खराब हो रहा है। ऐसे में बरसात पूरी तरह से थमने के बाद ही डामर की सड़कों व डामर के स्पीड ब्रेकरों को सही कराया जा सकेगा। अभी अनंत चतुर्दशी शोभा यात्रा मार्ग को सही किया जा रहा है। सड़क सभी के लिए, सुरक्षित होना जरूरी।

वाहन चालकों का कहना है कि सड़क पर केवल कार वाले या बड़े वाहन चालक ही नहीं चलते। सड़क पर दो पहिया वाहन व रिक् शे भी चलते है। अब तो पुरुषों से अधिक महिलाएं भी वाहन चलाने लगी है। ऐसे में सड़क सभी के लिए है तो उसका तो सुरक्षित होना आवश्यक है। एक तरफ तो सड़कों पर बड़े-बड़े गड्ढ़े हो रहे हैं। वहीं स्पीड ब्रेकर भी टूट रहे है। जिससे वाहनों का सुरक्षित निकलना ही मुश्किल हो रहा है। किशोरपुरा निवासी मोहम्मद तबरेज खान का कहना है आम आदमी का सबसे अधिक काम सड़क से ही होता है।

सड़कें ही सही नहीं होंगे तो उन पर चलना कैसे सुरक्षित होगा। शहर की कोई सड़क और अधिकतर स्पीड ब्रेकर इन दिनों सुरक्षित नहीं है। जिससे उन पर चलने से हमेशा हादसों का खतरा बना हुआ है। निगम व केडीए अधिकारियों को चाहिए कि इन्हें जितना जल्दी हो सके सही करवाए। विज्ञान नगर निवासी विवेक शर्मा का कहना है कि केवल पुराने शहर या मुख्य मार्ग की सड़कें वर डिवाइडर ही खराब नहीं है। विज्ञान नगर के अंदरूनी इलाके हो या पॉश कॉलोनियों के इन दिनों सभी जगह की हालत एक जैसी हो रही है।

फिर चाहे व तलवंडी का मुख्य मार्ग हो या राजीव गांधी नगर का। जहां भी डामर की सड़क व स्पीड ब्रेकर हैं उनका डामर उखड़ा हुआ व गिट्टी गायब होने से ये हादसों का कारण बन रहे है। अधिकारी व मंत्री बार-बार इन्हें सही करने के आदेश तो दे रहे हैं लेकिन सही नहीं कर रहे। जिससे सबसे अधिक परेशानी आमजन को भुगतनी पड़ रही है।

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