रमेश रुलानिया हत्या मामले में सरगना का अनदेखा रवैया

Tina Chouhan

कुचामनसिटी। तुम मरो, अपना एनकाउण्टर करवाओ या गिरफ्तार हो जाओ, हमें तुमसे कोई मतलब नहीं। रमेश रुलानिया हत्याकाण्ड को अंजाम देने वाले चारों युवकों को फरारी के दौरान हत्याकाण्ड के सरगना से यह जवाब मिला। वारदात को अंजाम देने से पहले उन्हें अमीर बनाने, फोरेन सेटल करने, 15 लाख रुपये हाथोंहाथ देने का लालच दिया गया लेकिन वारदात के बाद उन्हें अपने हाल पर छोड़ दिया गया।

पुलिस कप्तान ऋचा तोमर ने रमेश रुलानिया हत्याकाण्ड के सम्बन्ध में पुलिस थाना परिसर में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि गिरफ्तार मुख्य मुल्जिमानों से पूछताछ में कईं नए पहलू सामने आ रहे है। बदमाश विजेन्द्र चारण एवं रोहित गोदारा के सम्पर्क में अजमेर जिले के रूपनगढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम कड़ाला निवासी जितेन्द्र उर्फ जीतू चारण का नाम सामने आया है। पुलिस अधीक्षक ने जितेन्द्र की सूचना देने वाले के लिए 25 हजार रुपयों के इनाम की घोषणा भी की है।

जीतू चारण ने ही बदमाशों को हथियार उपलब्ध कराए थे तथा उसी ने वारदात को अंजाम देने के लिए सुपारी दी थी। एक दिन पहले भी हत्या का प्रयासजीतू चारण करीब डेढ माह से हत्या की वारदात को अंजाम दिलाने के लिए प्रयासरत था। रमेश रुलानिया पर गणपत गुर्जर ने गोली चलाई जबकि जुबैर सीढि़यों में खड़ा रैकी कर रहा था। अन्य दोनों आरोपी स्कार्पियो में थे। जीतू ने सबसे पहले पवन चारण को एप्रोच किया लेकिन बात नहीं बनी।

इसके बाद गणपत को एप्रोच किया, गणपत ने पवन चारण एवं अन्य आरोपियों को अपने साथ लेकर वारदात को अंजाम दिया। एसपी के अनुसार 4 अक्टूबर को जीतू चारण ने बदमाशों को हथियार उपलब्ध कराए। 5 अक्टूबर को महेश, गणपत, जुबैर कुचामनसिटी आए तथा रमेश रुलानिया की रैकी की। 6 अक्टूबर को वे हत्याकाण्ड को अंजाम देना चाहते थे लेकिन संयोगवश जिम बंद थी, लिहाजा वारदात को अंजाम नहीं दे पाए और आखिरकार 7 अक्टूबर को वारदात को अंजाम दे दिया। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी मध्यप्रदेश भाग गए। यहां से साउथ इण्डिया चले गए।

आंध्र प्रदेश में वे खमम रेलवे स्टेशन रुके और यहां से मार्टून नामक जगह आ गए। पुलिस द्वारा लगातार पीछा करने तथा मीडिया एवं अन्य लोगों की सूचना मिलने के कारण अपराधी कहीं भी आराम से नहीं रुक पाए। तिरुपति, चेन्नई, उड़ीसा, झारखंड, जगन्नाथ पुरी, वैद्यनाथ होते ये कोलकाता पहुंचे, जहां पुलिस ने बदमाशों को डिटेन कर लिया। -वीरेन्द्र चारण ने दी ऑनलाइन ट्रेनिंग हत्या के आरोपियों को वीरेन्द्र चारण ने ऑनलाइन ट्रेनिंग दी थी। 5 अक्टूबर को गणपत ने अपने खेत में वेपन चलाने की ट्रेनिंग ली।

वीरेन्द्र ने गणपत को पिस्टल चलाने की ट्रेनिंग सम्बन्धी वीडियो भी उपलब्ध कराए थे। जिला पुलिस अधीक्षक ने बताया कि बदमाशों की शहर में परेड कराई जाएगी ताकि अपराधियों में भय व्याप्त हो सके। क्या बदमाशों की सम्पति नष्ट/कुर्क की जाएगी? प्रश्न के जवाब में उन्होंने कहा कि बदमाशों के पास कोई सम्पति नहीं है, वे निर्धन हैं। वारदात में शामिल अन्य आरोपी रोहित गोदारा, विरेन्द्र चारण एवं जितेन्द्र चारण उर्फ जीतू की तलाश एवं अनुसंधान जारी है।

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