नई दिल्ली: बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान के बारे में पाकिस्तान सरकार का एक कथित नोटिफिकेशन सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसमें कहा गया कि उन्हें आतंकवाद विरोधी अधिनियम, 1997 के तहत एक आतंकी घोषित किया गया है। हालांकि, एक विस्तृत फैक्ट-चेक में यह दस्तावेज़ पूरी तरह से फर्जी पाया गया है और पाकिस्तान सरकार ने भी इसका खंडन किया है। यह मामला सलमान खान के सऊदी अरब में दिए गए एक बयान के बाद शुरू हुआ। इसके बाद एक संपादित दस्तावेज़ वायरल किया गया, जिसे कई भारतीय मीडिया संस्थानों ने भी साझा किया।
विवाद की जड़ सलमान खान का वह बयान है जो उन्होंने रियाद में आयोजित ‘जॉय फोरम’ कार्यक्रम में दिया था। उन्होंने कहा था, “अगर आप हिंदी, तमिल, तेलुगु या मलयाली फिल्म बनाकर यहां रिलीज़ करें तो वह सुपरहिट होगी, क्योंकि यहां बलूचिस्तान, अफगानिस्तान, पाकिस्तान जैसे कई देशों के लोग काम कर रहे हैं।” इस बयान के तुरंत बाद, सोशल मीडिया पर एक फर्जी सरकारी पत्र फैलाया गया, जिसमें उन्हें पाकिस्तान के एंटी-टेररिज्म एक्ट के तहत आरोपी के रूप में सूचीबद्ध करने का दावा किया गया। फैक्ट-चेकिंग वेबसाइट Newschecker ने इस दावे की गहन पड़ताल की।
जांच में सामने आया कि पाकिस्तान सरकार के किसी भी आधिकारिक पोर्टल या सोशल मीडिया हैंडल पर ऐसा कोई नोटिफिकेशन मौजूद नहीं है। इसके अलावा, वायरल दस्तावेज़ में कई गंभीर गलतियाँ थीं, जो इसके फर्जी होने का पुख्ता सबूत देती हैं: वर्तनी की गलतियाँ: दस्तावेज़ में ‘BALOCHISTAN’ की स्पेलिंग ‘BALOCIIISTAN’ और ‘Terrorism’ की स्पेलिंग ‘Terrarism’ लिखी गई थी। अजीब भाषा: इसमें “recommended the placement of the following names” जैसी अनौपचारिक भाषा का इस्तेमाल किया गया था, जो सरकारी दस्तावेज़ों में नहीं होती।
अतार्किक निर्देश: इसमें सलमान खान को हर महीने स्थानीय थाने में रिपोर्ट करने और पासपोर्ट जमा कराने जैसे निर्देश दिए गए थे, जो किसी गैर-पाकिस्तानी नागरिक पर लागू नहीं हो सकते। टाइमलाइन में गड़बड़ी: वायरल नोटिफिकेशन पर 16 अक्टूबर 2025 की तारीख थी, जबकि सलमान खान ने यह बयान 17 अक्टूबर 2025 को दिया था। मामले की पुष्टि के लिए जब Newschecker ने पाकिस्तानी अधिकारियों से संपर्क किया, तो उन्होंने भी इस दस्तावेज़ को सिरे से खारिज कर दिया। पाकिस्तान टीवी डिजिटल के प्रमुख मुहम्मद साक़िब तनवीर ने इसे एक पुराने नोटिफिकेशन को एडिट करके बनाया गया दस्तावेज़ बताया।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि इसमें उल्लिखित CINC नंबर केवल पाकिस्तानी नागरिकों को जारी किया जाता है। बाद में, पाकिस्तान के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की फैक्ट-चेक यूनिट ने भी इस पर आधिकारिक स्पष्टीकरण जारी किया। “सलमान खान के नाम किसी आधिकारिक नोटिफिकेशन, NACTA की सूची या गृह मंत्रालय के गजट में कोई प्रविष्टि नहीं है।
यह दावा असत्य है और वायरल पत्र संशोधित प्रतीत होता है।” — फैक्ट-चेक यूनिट, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, पाकिस्तान इस तरह यह स्पष्ट हो गया कि सलमान खान के खिलाफ पाकिस्तान द्वारा किसी भी तरह की कार्रवाई का दावा पूरी तरह से निराधार और एक शरारत का हिस्सा था।

