क्या आपने कभी महसूस किया है कि सब कुछ ठीक करने के बावजूद काम आखिरी वक्त पर बिगड़ जाते हैं? या फिर घर में हर समय एक अजीब सी बेचैनी और तनाव बना रहता है? ऐसे में वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर की नेगेटिव एनर्जी इसका बड़ा कारण हो सकती है। कहते हैं, बस घर के कोनों में नमक की छोटी-सी पोटली रखने से माहौल बदल जाता है तनाव कम होता है, झगड़े घटते हैं और पॉजिटिव वाइब्स बढ़ती हैं।
यही है नमक की पोटली का जादू, जो न सिर्फ नकारात्मक ऊर्जा को सोख लेती है बल्कि घर में सुख-शांति भी लाती है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, नमक (Salt) को शुद्धता और पवित्रता का प्रतीक माना गया है। यह सिर्फ खाना स्वादिष्ट बनाने के लिए नहीं बल्कि ऊर्जा संतुलन बनाए रखने के लिए भी बेहद प्रभावी है। प्राचीन ग्रंथों में नमक को शुद्धिकरण तत्व कहा गया है जो वातावरण में मौजूद नकारात्मक ऊर्जा को अपने अंदर समा लेता है। इसी कारण घर के कुछ खास कोनों में नमक रखना, ऊर्जा के प्रवाह को सही दिशा में ले जाता है।
वास्तु एक्सपर्ट्स कहते हैं कि नमक एक नैचुरल एनर्जी एब्जॉर्बर है। यह घर में मौजूद हर तरह की नकारात्मकता, उदासी और तनाव को धीरे-धीरे खत्म कर देता है। 1. घर के उत्तर-पूर्व (ईशान कोण) में रखें नमक की पोटली यह दिशा भगवान शिव की मानी जाती है और सबसे पवित्र होती है। अगर यहां नमक की पोटली रखी जाए तो घर में मानसिक शांति और धन की स्थिरता बनी रहती है। ध्यान रखें कि पोटली को पारदर्शी कांच या माटी के बर्तन में रखें। हर 15 दिन में नमक बदलना जरूरी है ताकि उसका प्रभाव बना रहे। 2.
मुख्य द्वार के पास रखें नमक का बर्तन मुख्य द्वार घर की ऊर्जा का प्रवेश द्वार होता है। अगर बाहर की नकारात्मक ऊर्जा भीतर आने लगे तो नमक की यह पोटली एक प्राकृतिक ढाल (protective shield) की तरह काम करती है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, इस उपाय से घर में अचानक होने वाली परेशानियां कम होती हैं। 3. रसोईघर (Kitchen) में नमक रखना लाता है समृद्धि रसोई वह जगह है जहां अन्न देवता का वास होता है। यहां नमक का बर्तन रखने से पारिवारिक सुख और आर्थिक स्थिरता बढ़ती है।
अगर परिवार में मतभेद बढ़ रहे हों, तो एक छोटी सी पोटली रसोई के दक्षिण-पूर्व कोने में रखें। इससे संबंधों में मिठास आएगी। 4. शयनकक्ष (Bedroom) में नमक की पोटली रखने से आती है मानसिक शांति अगर आपको नींद नहीं आती या बार-बार बुरे सपने आते हैं, तो सिरहाने के पास एक छोटी पोटली रखिए। इससे मानसिक तनाव कम होता है और सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ता है। वास्तु विशेषज्ञ बताते हैं कि नमक का यह उपाय दंपत्ति के रिश्ते में सामंजस्य लाने में भी मदद करता है।
वास्तु एक्सपर्ट्स के अनुसार, सेंधा नमक सबसे अधिक प्रभावी माना जाता है क्योंकि यह प्राकृतिक और ऊर्जा शुद्ध होता है। हालांकि, अगर वह उपलब्ध न हो तो सामान्य समुद्री नमक भी प्रयोग किया जा सकता है। बस ध्यान रखें कि उपयोग किया गया नमक दोबारा खाना पकाने में न आए, उसे फेंक दें या बहा दें। पोटली हमेशा सफेद कपड़े में बनाएं, क्योंकि सफेद रंग शुद्धता का प्रतीक है। नमक डालते समय कोई नकारात्मक सोच मन में न लाएं। हर 15 दिन या महीने में पुराना नमक बदलें। बदला हुआ नमक नाली या बहते पानी में बहा दें।
पोटली रखते समय “ॐ नमः शिवाय” या “श्री हनुमते नमः” मंत्र का जाप करें, इससे सकारात्मकता और बढ़ती है। वैज्ञानिक दृष्टि से नमक क्यों करता है चमत्कार वास्तु के साथ-साथ विज्ञान भी यह मानता है कि नमक में एंटी-बैक्टीरियल और एनर्जी एब्जॉर्बिंग प्रॉपर्टीज़ होती हैं। नमक हवा में मौजूद माइक्रो पार्टिकल्स और नमी को सोखता है, जिससे वातावरण स्वच्छ और ताजगी भरा महसूस होता है। यही वजह है कि नमक रखने से मूड फ्रेश रहता है और मानसिक थकान भी कम होती है।
नमक की पोटली रखने से मिलने वाले मुख्य फायदे नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है धन आगमन के रास्ते खुलते हैं परिवार में प्रेम और सामंजस्य बढ़ता है मानसिक शांति और नींद बेहतर होती है व्यवसायिक तरक्की और भाग्य वृद्धि होती है


