Sankashti Chaturthi 2022: सनातन धर्म में किसी भी कार्य के पहले श्री गणेश जी की पूजा की जाती है तथा सनातन धर्म में श्री गणेश जी का एक अद्भुत स्थान है | कृष्ण पक्ष की चतुर्थी के दिन संकष्टी गणेश चतुर्थी का व्रत रखा जाता है संकष्टी गणेश चतुर्थी का व्रत अत्यधिक पावन व्रत माना जाता है इस बार यह व्रत जुलाई महीने की 16 तारीख को किया जाएगा |
संकष्टी चतुर्थी शुभ मुहूर्त | Sankashti Chaturthi 2022 Shubh Muhurat
16 जुलाई, शनिवार को दोपहर 1 बजकर 27 मिनट से 17 जुलाई, रविवार को सुबह 10 बजकर 49 मिनट
गणेशजी की आरती (Ganesh ji Ki Aarti)
जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश देवा .
माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा ॥
जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश देवा ॥
एक दंत दयावंत, चार भुजाधारी
माथे पे सिंदूर सोहे, मूसे की सवारी ॥
जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश देवा ॥
अंधन को आंख देत, कोढ़िन को काया
बांझन को पुत्र देत, निर्धन को माया ॥
जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश देवा ॥
हार चढ़ै, फूल चढ़ै और चढ़ै मेवा
लड्डुअन को भोग लगे, संत करे सेवा ॥
जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश देवा ॥
दीनन की लाज राखो, शंभु सुतवारी
कामना को पूर्ण करो, जग बलिहारी ॥
जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश देवा ॥