हिसार। कांग्रेस की महासचिव व पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी सैलजा ने हिसार-ड्रेन से जुड़े गांवों का दौरा किया और खेतों में भरे पानी तथा किसानों की तबाही की स्थिति का अवलोकन किया। उन्होंने इस स्थिति पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को पत्र लिखकर स्थायी समाधान की मांग की। इसके साथ ही, उन्होंने किसानों को प्रति एकड़ 50 हजार रुपये का मुआवजा देने की भी मांग की।
सैलजा ने कहा कि हिसार घग्घर ड्रेन के टूटने और भारी बारिश के कारण हिसार, फतेहाबाद और सिरसा में हजारों एकड़ फसलें (धान, कपास, बाजरा) बर्बाद हो गई हैं। कई ढाणियां खाली करानी पड़ीं और कुछ घरों को भी नुकसान हुआ है। सब्जियों की फसलें जलमग्न हो गई हैं। गंगवा जैसे गांवों में सैकड़ों ढाणियां खाली करनी पड़ीं। भारी बारिश के कारण ड्रेन क्षमता से अधिक भर गईं, सफाई न होने और कचरा जमा होने से पानी का बहाव रुका और किनारे कमजोर होकर टूट गए।
उन्होंने कहा कि किसान संगठनों द्वारा प्रति एकड़ 50,000 रुपये मुआवजे की मांग उचित है। मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में उन्होंने कहा कि हर वर्ष निकासी व्यवस्था के अभाव में किसानों को भारी नुकसान होता है। इस बार खेतों की खड़ी फसलें पूरी तरह जलमग्न हो गईं, जिससे न केवल फसलें चौपट हुईं बल्कि मिट्टी की उर्वरक क्षमता भी प्रभावित हुई है। सिरसा की सांसद सैलजा ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि ड्रेन के दोनों ओर पक्के बांधों व निकासी व्यवस्था का स्थायी प्रबंध किया जाए और बरसात से पूर्व नालों-ड्रेनों की नियमित सफाई व मरम्मत सुनिश्चित हो।
उन्होंने कहा कि किसानों की मेहनत और आजीविका इस समस्या से दांव पर है, इसलिए सरकार को तुरंत ठोस कदम उठाने होंगे। कुमारी सैलजा ने कहा कि लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने सबूतों के साथ उजागर किया कि किस तरह सुनियोजित साजिश के तहत कांग्रेस के वोट काटे गए और जोड़े गए। जनता जवाब मांग रही है, पर चुनाव आयोग के पास कोई जवाब नहीं है। आने वाले समय में श्री राहुल गांधी और खुलासे करेंगे। आज लोकतंत्र खतरे में है और इसकी रक्षा के लिए सभी को मिलकर खड़ा होना होगा。