वैदिक ज्योतिष में शनि ग्रह को अनुशासन, धैर्य, न्याय और कर्म का कारक माना जाता है। शनिदेव व्यक्ति को उनके कर्मों के अनुसार फल प्रदान करते हैं। शनि की उच्च राशि तुला और नीच राशि मेष है, जबकि मकर और कुंभ राशि के स्वामी माने जाते हैं। शनि देव सभी नवग्रहों में सबसे धीमी गति से अपनी चाल बदलते हैं। 2026 में मीन राशि में उदित होकर वे कई राशियों की किस्मत को चमकाने वाले हैं। कुंडली में शनि की मजबूत स्थिति से जीवन में सफलता प्राप्त होती है, कार्य क्षेत्र में उन्नति और मेहनत का फल मिलता है।
ऐसे लोग न्यायप्रिय होते हैं और समाज में मान-सम्मान प्राप्त करते हैं। शनि की कमजोर स्थिति से जीवन में कई समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं, जैसे आर्थिक समस्याएं, मानसिक तनाव, अकेलापन, कार्यों में रुकावट और स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं। आइए जानते हैं कि शनि के उदय से किन-किन राशियों को सबसे अधिक लाभ होगा। मकर राशि पर शनि का प्रभाव मकर राशि के जातकों की किस्मत चमकाने वाला है। लंबे समय से रुके काम संपन्न होंगे, आत्मविश्वास, साहस और ऊर्जा में वृद्धि होगी। परिवार में सुख-शांति आएगी और समाज में सम्मान बढ़ेगा। व्यवसाय में भी अच्छा प्रदर्शन संभव है।
छात्रों के लिए भी यह समय अनुकूल रहेगा, और उन्हें अपने टैलेंट को साबित करने के कई मौके मिलेंगे। भौतिक सुख-सुविधाओं में भी वृद्धि होगी। वृषभ राशि पर शनि का प्रभाव वृषभ राशि के जातकों पर भी शनि देव मेहरबान रहेंगे। किस्मत आपका साथ देगी, नए काम में सफलता मिलेगी, और कमाई के नए रास्ते खुलेंगे। वेतन में वृद्धि हो सकती है, नौकरी की तलाश पूरी होगी, और प्रमोशन भी संभव है। निवेश पर लाभ होगा। मिथुन राशि पर शनि का प्रभाव मिथुन राशि के जातकों के लिए भी शनि का उदय अनुकूल रहेगा।
किस्मत आपका साथ देगी, रिश्तेदारों और दोस्तों से अच्छी खबर मिल सकती है। कारोबार का विस्तार होगा, और कोई बड़ा प्रोजेक्ट मिल सकता है। भूमि और संपत्ति की प्राप्ति होगी, आर्थिक स्थिति मजबूत होगी, और दांपत्य जीवन में खुशहाली आएगी।

