शरद पूर्णिमा पर चांदनी खीर का महत्व और आयोजन

Tina Chouhan

जयपुर। शरद पूर्णिमा छह अक्टूबर को मनाई जाएगी। घर और मंदिरों में खीर बनाकर चंद्रमा के प्रकाश में रखा जाएगा। मंदिरों में ठाकुरजी का धवल शृंगार होगा। ठाकुरजी को चांदी के पात्र में खीर का भोग लगाया जाएगा। ज्योतिषाचार्य डॉ. महेन्द्र मिश्रा ने बताया कि इस दिन उत्तराभाद्रपद नक्षत्र रहेगा। वृद्धि और धुव योग का संयोग बन रहा है। चंद्रमा मीन राशि में शनि के साथ रहेगा, जिससे चंद्रमा की किरणों का प्रभाव विशेष रूप से बढ़ जाएगा।

पूर्णिमा तिथि 6 अक्टूबर को निशीथ एवं प्रदोष समय में व्याप्त होगी, जबकि अगले दिन सात अक्टूबर को प्रदोष का स्पर्श नहीं रहेगा। शरद पूर्णिमा की शाम 5.34 बजे चंद्रमा उदय होगा और दूसरे दिन सात अक्टूबर को सुबह 6.19 बजे अस्त होगा। इस वर्ष पूर्णिमा का चंद्रमा 16 कलाओं से युक्त, संपूर्ण गोलाकार एवं कटा नहीं होगा। पूर्णिमा तिथि दोपहर 12.24 बजे से शुरू होकर अगले दिन सुबह 9.18 बजे तक रहेगी। धार्मिक मान्यता है कि शरद पूर्णिमा को चंद्रमा सोलह कलाओं के साथ खिलता है।

उसकी किरणों से अमृत बरसता है, ऐसे में खुले आसमान में चंद्रमा को निहारना नेत्र ज्योति बढ़ाने वाला होता है। गोविंद देवजी में सजेगी शरदोत्सव की झांकीआराध्य गोविंददेवजी मंदिर में शरद पूर्णिमा महोत्सव बड़े स्तर पर मनाया जाएगा। सुबह मंदिर महंत अंजन कुमार गोस्वामी के सान्निध्य में वेद मंत्रोच्चार के साथ ठाकुर श्रीजी का पंचामृत अभिषेक किया जाएगा। इसके बाद सफेद रंग की पोशाक धारण कराई जाएगी। शाम 7.15 से 7.30 बजे तक शरदोत्सव की विशेष झांकी दर्शन होंगे। ठाकुर श्रीजी के समक्ष शरदोत्सव में विशेष खाट सजाई जाएगी। इसमें शतरंज, चौसर की बाजी सजाई जाएगी।

सरस निकुंज सहित अन्य स्थानों पर उत्सवसुभाष चौक पानों का दरीबा स्थित श्री शुक संप्रदाय की प्रधान पीठ श्री सरस निकुंज में शुक संप्रदाय पीठाधीश्वर अलबेली माधुरी शरण महाराज के सान्निध्य में शरदोत्सव धूमधाम से मनाया जाएगा। श्री शुक संप्रदाय के आचार्यों द्वारा रचित पदों का गायन होगा। इसी तरह श्री प्रेमभाया मंडल समिति की ओर से चांदपोल बाजार के जयलाल मुंशी का रास्ता स्थित युगल कुटीर में श्री प्रेमभाया सरकार का शरद चांदनी उत्सव मनाया जाएगा। समिति के अध्यक्ष दुर्गा चौधरी ने बताया कि श्री प्रेमभाया सरकार को धवल पोशाक धारण करा कर पुष्पों से शृंगार किया जाएगा।

इसी तरह समाज श्री सीताराम जी समिति की ओर से छोटी चौपड़ स्थित श्री सीताराम जी मंदिर में शरद महोत्सव शाम 7 बजे प्रारंभ होगा। रात्रि 10 बजे बाद औषधीयुक्त खीर का वितरण किया जाएगा। श्री सीताराम जी को सफेद नई पोशाक पहनाई जाएगी।

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