अंडर 21 हॉकी अंतरराष्ट्रीय आयोजनों का कराता है अहसास : शारदा तिवारी

Jaswant singh
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ग्वालियर, 4 फरवरी ()। भारत की अंडर-21 हॉकी टीम के सदस्य शारदानंद तिवारी को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलने का अनुभव है और उनका कहना है कि खेलो इंडिया यूथ गेम्स खिलाड़ियों को शीर्ष अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में खेलने का अनुभव कराता है।

तिवारी प्रतिष्ठित वैश्विक आयोजनों में खेल चुके हैं और पांचवीं बार खेलो इंडिया यूथ गेम्स खेलने के लिए ग्वालियर में हैं और केआईवाईजी को एक ऐसा मंच बताया जो नए खिलाड़ियों को ओलंपिक, एशियाई खेलों और राष्ट्रमंडल खेलों की तरह महसूस कराता है।

तिवारी, जिन्होंने पिछले साल भुवनेश्वर में आयोजित जूनियर विश्व कप में देश का प्रतिनिधित्व किया था, वह खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 मध्य प्रदेश में अपनी पांचवीं उपस्थिति दर्ज कराएंगे। वह जमीनी स्तर के इस आयोजन में गुणवत्ता और अनुभव लेकर आते हैं।

भारतीय सीनियर टीम के एक डिफेंडर तिवारी ने कहा, यह एक बहुत अच्छा मंच है। यह शुरूआती लोगों के लिए अच्छी बात है क्योंकि यह उन्हें अंतरराष्ट्रीय खेलों का अनुभव देता है। उन्हें पता चलता है कि ओलंपिक, एशियाई खेलों और राष्ट्रमंडल खेलों जैसे आयोजन कैसे आयोजित किए जाते हैं। साथ ही नए खिलाड़ियों को पता चलता है कि देश में किस तरह की प्रतिभाएं हैं और उनसे कैसे घुलना-मिलना है।

उन्होंने कहा कि, सीनियर खिलाड़ी होने के नाते वह इस बात का ख्याल रखते हैं कि नए खिलाड़ियों को किसी तरह की परेशानी न हो और जो खिलाड़ी टिप्स के लिए आते हैं उनकी मदद भी करते हैं।

लखनऊ के साईं स्पोर्ट्स हॉस्टल के एक उत्पाद तिवारी ने साई मीडिया के हवाले से कहा, ज्यादातर राज्यों के खिलाड़ी एक-दूसरे को जानते हैं। हम एक-दूसरे के साथ अच्छी तरह से घुलमिल जाते हैं। यह भी खेलो इंडिया की एक विशेषता है। यहां विभिन्न राज्यों के खिलाड़ी एक स्थान पर आते हैं और एक-दूसरे से मिलते हैं और अपने अनुभव साझा करते हैं। हम इस पर गंभीर हैं।

उत्तर प्रदेश में हॉकी के कई अच्छे खिलाड़ी हैं। यूपी ने राष्ट्रीय टीम को हमेशा अच्छे अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी दिए हैं। खेलो इंडिया में प्रदेश की टीम ने हमेशा अच्छा प्रदर्शन किया है। 2018 में यूपी की टीम सेमीफाइनल में हार गई थी। पुणे में, टीम दूसरी बार सेमीफाइनल में पहुंची, लेकिन उन्होंने केवल गुवाहाटी में स्वर्ण जीता और फिर खेलों के अंतिम सीजन में उन्हें रजत पदक से संतोष करना पड़ा।

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Jaswant singh Harsani is news editor of a niharika times news platform