बदायूं: समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय महासचिव और पूर्व मंत्री शिवपाल सिंह यादव ने सोमवार को बदायूं में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर जोरदार हमला बोला। एक पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए उन्होंने न केवल बीजेपी के स्थानीय विधायकों पर गंभीर आरोप लगाए, बल्कि मीडिया की निष्पक्षता और सरकार की कार्यप्रणाली पर भी कई सवाल खड़े किए। शिवपाल यादव ने बिना नाम लिए बदायूं के एक भाजपा विधायक को ‘लुटेरा’ तक कह दिया। इसके अलावा, उन्होंने एक अन्य विधायक पर अपने भाई के साथ मिलकर जमीनों पर कब्जा करने का अप्रत्यक्ष रूप से आरोप लगाया।
उनके इन इशारों में किए गए हमलों ने जिले के राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज कर दी है। मीडिया बिका हुआ, विपक्ष की बात नहीं करता शिवपाल यादव ने मीडिया की भूमिका पर तल्ख टिप्पणी करते हुए उसकी पारदर्शिता पर गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने आरोप लगाया कि मीडिया संस्थानों को खरीद लिया गया है और वे विपक्ष की आवाज को जगह नहीं देते। “सुबह से शाम तक कोई भी न्यूज चैनल या अखबार विपक्ष की बात नहीं कहता। सभी चैनल, मीडिया संस्थान खरीद लिए गए हैं।
ये लोकतंत्र को नहीं मानते।” — शिवपाल यादव उन्होंने आगे कहा कि अगर सोशल मीडिया पर कोई पोस्ट डाल दे तो पुलिस तुरंत पहुंचकर एफआईआर दर्ज कर लेती है, जो कि लोकतंत्र के लिए एक चिंता का विषय है। ‘सरकार को अहंकार, नौकरशाही निरंकुश’ बीजेपी सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने अहंकार की तुलना रावण और कंस से की। उन्होंने कहा, “भगवान राम के सामने रावण को और कृष्ण के सामने कंस को अहंकार हुआ था। अहंकार सबका दूर होता है।” शिवपाल ने यह भी आरोप लगाया कि बीजेपी ने जनता से किया कोई भी वादा पूरा नहीं किया है।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश विधानसभा की कार्यवाही ठीक से नहीं चलती, जिससे जनहित के मुद्दे उठाने का मौका नहीं मिलता। उन्होंने दावा किया कि बीजेपी के राज में नौकरशाही पूरी तरह निरंकुश हो गई है, लेकिन जनता समय आने पर सबको सबक सिखाती है। पार्टी की गुटबाजी पर भी बोले जब शिवपाल यादव से सपा में चल रही गुटबाजी पर सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा कि इसे खत्म करने के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने स्पष्ट किया, “हम सभी को मनाएंगे और गुटबाजी समाप्त कराएंगे।
जो लोग नहीं मानेंगे, उनकी रिपोर्ट राष्ट्रीय नेतृत्व को सौंपी जाएगी और फिर नेतृत्व उन पर कार्रवाई करेगा।


