वैदिक ज्योतिष के अनुसार ग्रह और नक्षत्र का गहरा संबंध होता है। शुक्र, शनि, मंगल समेत नौ ग्रह 27 नक्षत्रों पर शासन करते हैं और जातकों के जीवन को विभिन्न तरीकों से प्रभावित करते हैं। हर नक्षत्र का एक स्वामी ग्रह होता है। शुक्र को भरणी, पूर्वाषाढ़ा और पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र का स्वामी माना जाता है। इसे धन, संपत्ति, प्रेम, सौंदर्य और कला का प्रतीक माना गया है। इसकी शुभ स्थिति व्यक्ति के जीवन को धन और समृद्धि से भर देती है। जनवरी 2026 में शुक्र श्रवण नक्षत्र में प्रवेश करेगा, जिसका स्वामी सूर्य है। यह 13 दिनों तक भ्रमण करेगा।
इस दौरान कई राशियों को लाभ होगा। उन्हें हर क्षेत्र में सफलता मिलेगी और सेहत में भी सुधार होगा। तुला राशि के जातकों पर शुक्र की कृपा बरसने वाली है। बिजनेस करने वालों को मुनाफा होगा और कोई बड़ी डील मिल सकती है। आर्थिक स्थिति भी मजबूत होगी। मेष राशि के जातकों के लिए भी यह समय शुभ रहेगा। यात्रा के योग बन रहे हैं और जॉब की तलाश पूरी होगी। दांपत्य जीवन में खुशहाली आएगी। मीन राशि के जातकों के लिए भी शुक्र की चाल अनुकूल रहेगी।
करियर में नए मौके मिल सकते हैं और धन संचय में सफलता मिलेगी।


