कानपुर (उत्तर प्रदेश), 6 दिसंबर ()। समाजवादी पार्टी (सपा) के विधायक इरफान सोलंकी के खिलाफ पुराने मामलों की जांच के लिए गठित विशेष जांच दल (एसआईटी) ने अपनी प्राथमिक जांच में पुलिस को मिली 13 शिकायतों में से चार को गंभीर बताया है। पिछले हफ्ते आगजनी के एक मामले में इरफान और उनके भाई रिजवान सोलंकी को जेल भेज दिया गया था।
शिकायतकतार्ओं ने विधायक पर लगे आरोपों के समर्थन में पुख्ता सबूत पुलिस को दिए हैं।
पुलिस पहले इन चारों शिकायतों की जांच करेगी। आरोप सही पाए जाने पर विधायक के खिलाफ मामला दर्ज किया जाएगा।
आगजनी मामले में 24 दिनों तक फरार रहने के बाद इरफान और उनके भाई रिजवान ने शुक्रवार की सुबह पुलिस आयुक्त बी.पी. जोगदंड के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया था। इसके बाद उन्हें जेल भेज दिया गया।
एसआईटी सूत्रों ने कहा कि संयुक्त पुलिस आयुक्त आनंद प्रकाश तिवारी ने एसआईटी के साथ बैठक की और सभी 13 शिकायतों में आरोपों की सूक्ष्मता से जांच की गई। प्रारंभिक जांच के बाद एसआईटी ने 13 में से चार शिकायतों को गंभीर मानकर जांच करने का निर्णय लिया है।
इन शिकायतों में फर्जी तरीके से पैसे लेने और पद का दुरुपयोग कर धमकी देने, जमीन की खरीद में फर्जी तरीके से पैसे ऐंठने और रंगदारी मांगने के आरोप हैं। हालांकि पुलिस ने शिकायत करने वालों की पहचान उजागर नहीं की है।
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