जयपुर। राजस्थान में शुक्रवार से ऑल इंडिया परमिट वाली स्लीपर बसों का संचालन बंद हो गया है। जयपुर, उदयपुर और भीलवाड़ा को छोड़कर पूरे प्रदेश में करीब आठ हजार स्लीपर बसें खड़ी हो गई हैं। इससे यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ट्रेवल एजेंसियों ने ऑनलाइन बुकिंग भी बंद कर दी है, जिसके चलते लोग अब ट्रेन का सहारा ले रहे हैं। रेलवे स्टेशनों पर सामान्य टिकट के लिए भीड़ बढ़ गई है। हाल ही में स्लीपर बसों में हादसों के बाद परिवहन विभाग ने नियम उल्लंघन करने वाली बसों पर कड़ी कार्रवाई शुरू की थी।
विभाग ने कई बसों के चालान काटे और दर्जनों को सीज किया। इसी कार्रवाई के विरोध में ऑल इंडिया टूरिस्ट परमिट बस ऑनर एसोसिएशन ने बस संचालन बंद करने का फैसला लिया। ऑल राजस्थान कॉन्ट्रैक्ट कैरिज बस ऑपरेटर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेंद्र शर्मा ने कहा कि परिवहन विभाग एकतरफा कार्रवाई कर रहा है। यात्रियों को बीच रास्ते उतारकर बसों को बंद किया जा रहा है और गलत तरीके से चालान बनाए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि 27 अक्टूबर को अधिकारियों से हुई बैठक बेनतीजा रही। शुक्रवार को गोपालबाड़ी में एसोसिएशन की बैठक में आगे की रणनीति तय की जाएगी।
राजस्थान प्राइवेट बस ऑपरेटर एसोसिएशन के अध्यक्ष सत्यनारायण साहू ने चेतावनी दी है कि अगर सरकार ने बस संचालकों की मांगें नहीं मानीं, तो 5 नवंबर से प्रदेशभर में 30 हजार बसों का चक्का जाम किया जाएगा। परिवहन विभाग के अनुसार अब तक 2,447 स्लीपर बसों के चालान और 456 बसों को सीज किया गया है। विभाग का कहना है कि कार्रवाई केवल उन्हीं बसों पर की जा रही है जो सुरक्षा मानकों- एआईएस-153, एआईएस-119 और एआईएस-52 के अनुरूप नहीं हैं।


