जयपुर। बच्चों की सुरक्षा को लेकर आरटीओ प्रथम द्वारा चलाए जा रहे “सुरक्षित सफ़र अभियान” का प्रभाव अब सड़कों पर दिखाई दे रहा है। मंगलवार से शुरू हुई कार्रवाई के अंतर्गत आरटीओ राजेंद्र सिंह शेखावत के नेतृत्व में एमवीआई मुक्ता सोनी, प्रभात रंजन और हेमंत कुमार की टीमों ने शहर के विभिन्न स्कूलों और कॉलेजों में बसों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान मॉडर्न स्कूल, जय श्री पेडीवाल सहित कई संस्थानों की बसों की जांच की गई। अधिकांश बसों में सीसीटीवी कैमरा, जीपीएस और अन्य सुरक्षा मानकों का पालन पाया गया, लेकिन कुछ बसें अब भी अधूरी तैयारी में मिलीं।
ऐसी 21 बसों के चालान बनाए गए जबकि 8 वाहनों को सीज़ किया गया। परिवहन विभाग की इस सख़्ती के कारण स्कूल प्रबंधन तेजी से सुरक्षा उपकरण लगाने में जुटे हैं। 31 सितंबर तक सभी स्कूली बसों में इन उपकरणों का अनिवार्य रूप से लगना ज़रूरी है। ट्रैफिक पुलिस भी इस अभियान में विभाग का सहयोग कर रही है। राजस्थान में जयपुर पहला शहर बन गया है जहां अब तक 2,000 से अधिक स्कूली बसों में बच्चों की सुरक्षा से जुड़े उपकरण लगाए जा चुके हैं।