जयपुर। आईआईएस (डीम्ड टू बी यूनिवर्सिटी) की आईआईएसयू थियेट्रिकल सोसाइटी द्वारा वार्षिक नाट्य प्रस्तुति के अंतर्गत नाटककार विजय तेंदुलकर के सामाजिक नाटक ‘जाति ही पूछो साधु की’ का मंचन किया गया। नाटक ने समाज में व्याप्त जातिवाद, भेदभाव और मानवता के बदलते दृष्टिकोण पर गहन प्रश्न उठाते हुए आत्ममंथन के लिए प्रेरित किया। मुख्य अतिथि गौरव कुमार, प्रिंसिपल कमिश्नर, सेंट्रल गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (सीजीएसटी) ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के चांसलर अमित गुप्ता, वाइस चांसलर प्रो. टीएन माथुर तथा रजिस्ट्रार एवं प्रो वाइस चांसलर डॉ. राखी गुप्ता भी उपस्थित रहे।
विश्वविद्यालय के चांसलर अमित गुप्ता ने छात्रों को सृजनात्मक अभिव्यक्ति के माध्यम से सामाजिक मुद्दों पर जागरूकता फैलाने के लिए प्रोत्साहित किया। थियेट्रिकल सोसाइटी के विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत नाटक में कलाकारों ने अपनी सशक्त संवाद अदायगी, अभिव्यक्ति और मंच संचालन के माध्यम से समाज में व्याप्त जातिगत मानसिकता को उजागर किया। नाटक के निर्देशन, संगीत संयोजन और प्रकाश व्यवस्था ने इसकी प्रभावशीलता को और भी सशक्त बनाया। गौरव कुमार ने कि नाटक समाज को आईना दिखाने का सशक्त साधन है। ऐसी प्रस्तुतियां युवा पीढ़ी में संवेदनशीलता और सामाजिक उत्तरदायित्व की भावना को प्रबल करती हैं।
विद्यार्थियों ने अभिनय, अभिव्यक्ति, संवाद-प्रशिक्षण और मंच तकनीक से संबंधित विविध पहलुओं पर प्रशिक्षण प्राप्त किया।