उदयपुर। मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय में कुलगुरु प्रो. सुनीता मिश्रा के औरंगजेब पर दिए गए विवादास्पद बयान और विभिन्न अनियमितताओं के खिलाफ छात्रों ने शुक्रवार को छठे दिन भी प्रदर्शन किया। कला महाविद्यालय के छात्रसंघ अध्यक्ष देवेंद्र सिंह राठौड़ के नेतृत्व में सैकड़ों छात्रों ने विश्वविद्यालय परिसर से मार्च निकालते हुए कुलपति का उनके आवास पर घेराव किया। प्रदर्शनकारियों ने कुलपति के नाम-पट्टिका पर काली स्याही पोतकर अपना आक्रोश व्यक्त किया। इस पर पुलिस ने चार विद्यार्थियों को हिरासत में लिया। अभाविप के कार्यकर्ताओं और छात्रों ने महाराणा प्रताप के मुखौटे पहनकर परिसर में रैली निकाली और विरोध जताया।
प्रदर्शन की शुरुआत विश्वविद्यालय परिसर से हुई, जहां नारेबाजी करते हुए छात्रों ने कुलपति आवास की ओर कूच किया। उन्होंने आवास के बाहर धरना शुरू कर दिया और मांग की कि प्रो. मिश्रा अपने बयानों के लिए सार्वजनिक माफी मांगे तथा वित्तीय अनियमितताओं की निष्पक्ष जांच हो। छात्रों का आरोप है कि कुलपति के बयान न केवल अपमानजनक हैं, बल्कि विश्वविद्यालय प्रशासन में व्याप्त भ्रष्टाचार को भी उजागर करते हैं। इधर, विश्वविद्यालय के सभी कॉलेजों में क्लास नहीं लगी। पुलिस ने छात्र नेता देवेंद्र सिंह, समीर मेघवाल, नारायण सिंह और मयंक सिंह को हिरासत में लिया।
छात्र नेताओं की गिरफ्तारी के बाद छात्रों में आक्रोश बढ़ गया। सभी को प्रतापनगर थाने ले जाया गया। पुलिस के अनुसार, यह कार्रवाई कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए की गई है। गिरफ्तारी के बावजूद विश्वविद्यालय परिसर में छात्रों का रोष कम नहीं हुआ। शेष प्रदर्शनकारियों ने आंदोलन को जारी रखने की घोषणा की है। सरकार को तत्काल रिपोर्ट भेजें। कुलपति प्रो. मिश्रा के खिलाफ उदयपुर शहर विधायक ताराचंद जैन ने शुक्रवार को संभागीय आयुक्त प्रज्ञा केवलरमानी से मुलाकात की और कुलपति पर लग रहे आरोपों की जांच कर रिपोर्ट राजभवन व सरकार को भेजने की मांग की।
इधर, देहात जिला कांग्रेस अध्यक्ष कचरू लाल चौधरी, संगठन महासचिव गजेंद्र कोठारी, प्रवक्ता डॉ संजीव राजपुरोहित ने वक्तव्य जारी कर राज्यपाल से सुखाड़िया विश्वविद्यालय की कुलगुरु को तुरंत प्रभाव से पदमुक्त करने की मांग की।