चेन्नई, 11 जनवरी ()। तमिलनाडु सरकार ने हाथी गलियारों की एक लिस्ट तैयार करने के लिए दो विशेषज्ञ समितियों का गठन किया है।
सरकार ने मंगलवार को मद्रास हाईकोर्ट को सूचित किया कि दो विशेषज्ञ समितियां मार्च 2023 के अंत तक मौजूदा हाथी गलियारों के साथ-साथ संभावित गलियारों की लिस्ट प्रदान करेंगी।
दो समितियों का गठन हाथी गलियारों की पहचान करने के लिए किया गया है, एक पलक्कड़ के उत्तर में और दूसरा पलक्कड़ के दक्षिण में।
उत्तर में एक में कोयम्बटूर, नीलगिरी, इरोड, सत्यमंगलम, हसनूर, होसुर और धर्मपुरी वन प्रभाग शामिल हैं, जबकि दक्षिण में पोलाची, तिरुप्पुर, डिंडीगुल, कोडाइकनाल, थेनी, श्रीविल्लिपुत्तूर, मेगामलाई, तिरुनेलवेली, कलक्कड़, अम्बासमुद्रम और कन्याकुमारी शामिल हैं।
मद्रास हाई कोर्ट ने पहले वन विभाग को निर्देश दिया था कि हाथी गलियारों में लंबे समय से बसे लोगों की भूमि पर भी विचार किया जाए, क्योंकि इन गलियारों का उपयोग हाथियों की मुक्त आवाजाही के लिए किया जा सकता है।
हाथी गलियारा केरल और कर्नाटक के वन प्रभागों में फैला हुआ है और तमिलनाडु वन विभाग ने हाथी गलियारों पर इन दोनों राज्यों के दो वन विभागों को पहले ही सूचित कर दिया है। मानव आवासों तक पहुंचने वाले जंगली हाथियों का तमिलनाडु, केरल और कर्नाटक के वन विभागों के सामने एक बड़ी समस्या है।
पीके/एसकेपी