शिक्षक घोटाला: तृणमूल के युवा नेता को न्यायिक हिरासत में भेजा गया

Sabal Singh Bhati
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कोलकाता, 3 फरवरी ()। करोड़ों रुपये के शिक्षक भर्ती घोटाले में कथित संलिप्तता के सिलसिले में धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) अदालत ने शुक्रवार को तृणमूल कांग्रेस के युवा नेता कुंतल घोष को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया।

घोष को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 21 जनवरी को गिरफ्तार किया था और तब से वह केंद्रीय एजेंसी की हिरासत में थे। शुक्रवार को उसे कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे 17 फरवरी तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।

ईडी के वकील ने अदालत को बताया कि घोष ने कथित रूप से सरकारी स्कूलों में शिक्षकों के रूप में नौकरी की व्यवस्था के लिए विभिन्न उम्मीदवारों से लगभग 19 करोड़ रुपये प्राप्त किए और उस राशि का एक बड़ा हिस्सा राज्य के पूर्व शिक्षा मंत्री और तृणमूल महासचिव पार्थ चटर्जी के पास पहुंचा, जो इसी घोटाले के सिलसिले में न्यायिक हिरासत में हैं।

वकील ने अदालत को यह भी बताया कि घोष द्वारा घोटाले की कार्यवाही का संग्रह दोतरफा मामला था। सबसे पहले, उसने नौकरियों का वादा करके पैसा इकट्ठा किया और जब मामले में ईडी और केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) जैसी केंद्रीय एजेंसियों द्वारा जांच शुरू हुई, तो उसने उन्हीं उम्मीदवारों से अतिरिक्त धन एकत्र किया, ताकि उनकी सेवाएं समाप्त होने पर कानूनी लड़ाई लड़ने की व्यवस्था की जा सके।

जमानत अर्जी दाखिल करते हुए घोष के वकील राजा सेनगुप्ता ने अदालत को सूचित किया कि केंद्रीय एजेंसी ने घोष के आवास से कोई पैसा बरामद नहीं किया है। उन्होंने तर्क दिया, मेरे मुवक्किल को केवल आरोपों के आधार पर गिरफ्तार किया गया है। इसलिए, उन पर मनी लॉन्ड्रिंग का मामला नहीं लगाया जा सकता है।

केसी/

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Sabal Singh Bhati is CEO and chief editor of Niharika Times