क्या तेजस्वी यादव की राघोपुर सीट पर मुश्किलें बढ़ गई हैं?

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में राघोपुर सीट से तीसरी बार चुनाव लड़ रहे महागठबंधन के मुख्यमंत्री उम्मीदवार तेजस्वी यादव ने शनिवार को खराब मौसम के बावजूद अपना दौरा पूरा किया। 16 जनसभाओं में से कुछ रद्द हो गईं, लेकिन उन्होंने हेलीकॉप्टर से पटना उतरकर रात में सड़क मार्ग से शिवनगर पहुंचकर जनसभा को संबोधित किया। भीड़ को बताया कि पायलट मौसम के कारण परेशान था, फिर भी वे राघोपुर नहीं छोड़ना चाहते थे।

तेजस्वी ने मतदाताओं से कहा, “इस बार आप विधायक नहीं, मुख्यमंत्री चुन रहे हैं।” उन्होंने वादा किया कि महागठबंधन की सरकार बनी तो राघोपुर में डिग्री कॉलेज और आधुनिक अस्पताल बनेगा। बोले, “ये काम मुख्यमंत्री स्तर का है, मैं करवाऊंगा। चुनाव के बाद मैं यहां नियमित आऊंगा, मुझे पूरे बिहार घूमने की छूट दें।” राघोपुर लालू परिवार का गढ़ है। लालू प्रसाद और राबड़ी देवी यहां से मुख्यमंत्री रहते हुए जीते। यादव बहुल इस गंगा डियारा क्षेत्र में इस बार चुनौती बड़ी है। एनडीए ने पुराना चेहरा सतीश कुमार (यादव) उतारा है, जो 2010 में राबड़ी को हरा चुके हैं।

चिराग पासवान की लोक जनशक्ति (रामविलास) का प्रभाव भी है। राजपूत और एससी वोटर भी निर्णायक हैं। रोहिणी आचार्य और रागिनी ने रोड शो किया, मां राबड़ी देवी और बहन मीसा भारती भी प्रचार में जुटी हैं। तेजस्वी ने चुनौतियों को स्वीकार करते हुए कहा, “मैं राघोपुर को चिंता मुक्त करना चाहता हूं, ताकि पूरे बिहार के लिए काम कर सकूं।”

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Vikram Singh Bhati is author of Niharika Times web portal
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