वेणुगोपाल ने कहा कि यह किसी बड़ी साजिश का हिस्सा है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी पर भाजपा प्रवक्ता प्रिंटू महादेव की कथित टिप्पणी को कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने साजिश बताते हुए कार्रवाई की मांग की। उन्होंने पत्रकारों से कहा कि इस तरह के बयान राहुल गांधी की सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा हैं। वेणुगोपाल ने गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर तुरंत कदम उठाने की अपील की। इसके अलावा सुरक्षा एजेंसियों ने भी राहुल गांधी की सुरक्षा को लेकर कई पत्र लिखे हैं, जिनमें से कुछ मीडिया में लीक हो चुके हैं।
भाजपा नेता की ओर से साफ तौर पर धमकी दी गई है। हमें लगता है कि यह किसी बड़ी साजिश का हिस्सा है। मुझे अभी तक गृहमंत्री की ओर से कोई जवाब नहीं मिला है। हम भाजपा से जानना चाहते हैं कि क्या वे इस कृत्य के साथ खड़े हैं। अगर नहीं, तो उन्हें उस प्रवक्ता के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि मैं राहुल गांधी की सुरक्षा को लेकर गहरी चिंता में हूं।
पहले भी उन्हें उनकी जुबान काटने, सिर काटने या इंदिरा गांधी की हत्या का हवाला देने जैसी धमकियां मिली हैं, लेकिन भाजपा ने कोई कार्रवाई नहीं की। उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि भाजपा नेता द्वारा लाइव टीवी पर दी गई धमकी केवल एक नेता पर हमला नहीं, बल्कि लोकतंत्र पर हमला है। कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य इमरान प्रतापगढ़ी ने एक्स पर एक वीडियो शेयर करते हुए आरोप लगाया कि एक मलयालम टीवी चैनल के डिबेट में भाजपा नेता प्रिंटू महादेव ने राहुल गांधी को गोली मारने की धमकी दी।
उन्होंने सवाल उठाया कि क्या राहुल गांधी के साथ भी वही साजिश रची जा रही है जैसी महात्मा गांधी और इंदिरा गांधी के साथ हुई थी। सांसद प्रतापगढ़ी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से पूछा कि विपक्ष के नेता की सुरक्षा से इस तरह का खिलवाड़ क्यों किया जा रहा है। उन्होंने भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से महादेवन पर कार्रवाई की मांग की। प्रतापगढ़ी ने कहा कि पूरा देश इस धमकी पर चुप है जबकि टीवी डिबेट में बैठे भाजपा नेता ने बिना किसी झिझक के यह बयान दिया।
उन्होंने कहा कि गरीबों, पिछड़ों और वंचितों की आवाज को मुखरता से उठाने वाले राहुल गांधी को रास्ते से हटाने की साजिश रची जा रही है। कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने एक्स पोस्ट में लिखा, विपक्षी दल विचारधारा में हारते हैं तो उनके कार्यकर्ता शारीरिक हिंसा का सहारा लेते हैं। पहले गोडसे ने महात्मा गांधी की हत्या की थी और अब भाजपा के नेता, राहुल गांधी को मारने की धमकी दे रहे हैं। यह लाखों गरीबों, हाशिये पर पड़े और कमजोर वर्गों की आवाज को दबाने की एक बड़ी साजिश है।