जोधपुर। प्रदेश में नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) के इनपुट पर एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड (एटीएस) की टीमों ने शुक्रवार सुबह कई जिलों में छापेमारी की है। इस कार्रवाई में चार जिलों से पांच संदिग्धों को पकड़ा गया है। इनमें तीन आरोपी मौलवी बताए जा रहे हैं। जिसमें दो मौलवी सगे भाई हैं। इन्हें अलग-अलग मदरसों से पकड़ा गया। सूत्रों के अनुसार आरोपियों के इंटरनेशनल टेरर संगठन के फंडिंग नेटवर्क से जुड़े होने की आशंका है। एटीएस के आईजी विकास कुमार ने बताया, एटीएस की टीमों ने अलग-अलग जगहों से पांच लोगों को राउंडअप किया है।
इनमें से एक व्यक्ति को जयपुर से पकड़ा है। जोधपुर संभाग में तीन संदिग्धों को पकड़ने के बाद भी जोधपुर और पीपाड़ इलाके में संयुक्त एजेंसियों का सर्च ऑपरेशन जारी है। सूत्रों के अनुसार इन तीनों से जुड़े कुछ और लोग भी खुफिया एजेंसियों के राडार पर थे। पकड़े गए तीनों संदिग्धों से भी जोधपुर एटीएस चौकी में प्रारंभिक पूछताछ में कुछ और नाम भी सामने आए हैं। जिनकी तलाश के लिए लोकल पुलिस के सहयोग से चिह्नित धार्मिक स्थल और कुछ ऐसे मकानों की छानबीन कर रही है, जिनमें बाहरी किराएदार ज्यादा रहने की सूचनाएं थीं।
अलग-अलग एरिया में की कार्रवाईएटीएस ने जोधपुर के चोखा स्थित अरेबिया मदरसा के मौलवी अयूब गफ्फार को कस्टडी में लिया है। वहीं जोधपुर के पीपाड़ में एक मदरसे से मौलवी मसूद को पकड़ा है। सांचौर (जालोर) के मदरसे से मौलवी उस्मान को भी गिरफ्त में लिया गया है। उस्मान और मसूद भाई बताए गए हैं। इनके पास से कई डॉक्यूमेंट भी जब्त किए गए हैं, लेकिन आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
सोते हुए उठाया और ले गए मौलवी अयूब गफ्फार के परिजनों ने बताया, प्रात:काल ही बीस से ज्यादा लोग सादी वर्दी में पहुंचे थे, कुछ लोगों ने घर की रात में ही रेकी की थी। सुबह करीब चार बजे उनके घर से सोते हुए से उठाकर ले जाया गया। कुछ दस्तावेज भी अपने साथ लिए और उनका कमरा सील करके गए हैं। उन्हें क्यों ले जाया गया, इसकी कोई जानकारी नहीं दी गई। इस घटना के बाद मौके पर बड़ी संख्या में लोग जमा हो गए।
पड़ोसियों ने बताया, वह लगभग 15-20 वर्षों से बॉम्बे क्वार्टर्स कॉलोनी में रह रहे थे। वह मस्जिद में इबादत करते थे और एक मदरसा भी चलाते थे। करौली से भी युवक को पकड़ाकरौली के ढोलीखार मोहल्ले से भी जुनैद को दबोचा गया। टीम की इस कार्रवाई में स्थानीय पुलिस का सहयोग लेने की भी सूचना है, लेकिन स्थानीय पुलिस अधिकारी कोई भी जानकारी नहीं दे रहे हैं। बैकग्राउंड खंगालने में जुटी है एजेंसियां सुबह सवेरे हुई कार्रवाई के बाद मौलवियों के इन इलाकों में हड़कंप मच गया। किसी को कुछ समझ नहीं आया कि आखिर माजरा क्या है।
बाद में उनको जोधपुर एटीएस कार्यालय लाया गया। वहां से उनको जयपुर ले जाया गया है। इनका संबंध किन आतंकी संगठनों से है, इसका अभी तक खुलासा नहीं हो पाया है। सुरक्षा एजेंसियां उनका बैकग्राउंड खंगालने में जुटी हैं। सूत्रों की मानें तो इनके अंतरराष्ट्रीय आतंकी संगठन से जुड़े होने की आशंका है। यह कार्रवाई खुफिया इनपुट के आधार पर की गई है। इनके पास से मिले दस्तावेजों में संदेश, कोड वर्ड और विदेशी नंबरों की जानकारी होने की बात बताई जा रही है।
अब इनके बैंक खातों, कॉल डिटेल्स और सोशल मीडिया एक्टिविटी की गहन पड़ताल की जा रही है।


