पश्चिम बंगाल में विशेष गहन संशोधन (SIR) प्रक्रिया के मद्देनजर तृणमूल कांग्रेस (TMC) 4 नवंबर से 4 दिसंबर तक क्षेत्रवार हेल्प डेस्क स्थापित करेगी। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और सांसद अभिषेक बनर्जी ने शुक्रवार को वर्चुअल बैठक में यह घोषणा की। उन्होंने कहा कि भाजपा के इशारे पर 27 अक्टूबर को एसआईआर की घोषणा की गई, जिसे टीएमसी ‘साइलेंट इनविजिबल रिगिंग’ बता रही है। अभिषेक बनर्जी ने कहा कि एसआईआर और एनआरसी के नाम पर भाजपा लोगों को बांटना और अपमानित करना चाहती है, जबकि टीएमसी कार्यकर्ता किसी का नाम कटने नहीं देंगे।
उन्होंने असम का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां लाखों हिंदुओं के नाम कटे थे, बंगाल में भी ऐसा होने की आशंका है। बोंगांव और रानाघाट जैसे क्षेत्रों में डर का माहौल है, टीएमसी कार्यकर्ता लोगों के साथ खड़े रहेंगे। मतदाता सूची में छेड़छाड़ का आरोप टीएमसी नेता कुणाल घोष ने चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि एसआईआर शुरू होने से पहले ही मतदाता सूची में छेड़छाड़ शुरू हो गई है। अशोकनगर में करीब 900 मतदाताओं के नाम सॉफ्ट कॉपी से गायब हैं। 2002 की हार्ड कॉपी और वेबसाइट पर अपलोड सॉफ्ट कॉपी में भारी अंतर है।
उन्होंने इसे ‘चुपी चुपी कर चुपी’ प्रक्रिया बताया। गृह मंत्रालय की नाकामी बताया कुणाल घोष ने कहा कि हावड़ा-2 के गूमा-1 ग्राम पंचायत के बूथ नंबर 159 में सॉफ्ट कॉपी में कोई मतदाता नहीं दिख रहा। यह केंद्रीय गृह मंत्रालय की नाकामी है, क्योंकि घुसपैठ उनकी जिम्मेदारी है। टीएमसी ममता बनर्जी और अभिषेक बनर्जी के नेतृत्व में सभी जरूरी कदम उठाएगी और मामले की जांच की मांग की है।


