नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जलवायु वित्त के संसाधनों की स्थिति स्पष्ट करने की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि वैश्विक जलवायु वित्त को अधिक पारदर्शी और समान मानकों के साथ नया रूप देने का यह एक अच्छा अवसर है। प्रधानमंत्री ने केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव का एक लेख साझा करते हुए एक सोशल मीडिया पोस्ट में यह बात कही।
उन्होंने कहा कि लेख में भारत के जलवायु वित्त वर्गीकरण के मसौदे और बढ़ते घरेलू हरित वित्त को व्यावहारिक नेतृत्व के उदाहरणों के रूप में बताया गया है, जो भविष्य के लिए एक अधिक प्रभावी वैश्विक संरचना का मार्गदर्शन कर सकते हैं। इससे पहले यादव ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में अपना लेख साझा करते हुए कहा था कि दशकों से जलवायु वित्त पर अस्पष्टता ने विश्वास को कमजोर किया है। इसी कारण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुनिया को बताया कि जैसे हम जलवायु शमन पर ध्यान देते हैं, वैसे ही हमें जलवायु वित्त पर भी ध्यान देना चाहिए।


